सोनीपत: बाबा श्याम की नगरी में आहुलाना में हुआ चमत्कार
-तीन हजार पुराने आहुलाना श्याम बाबा की कृपा मानते हैं ग्रामीण
-आहुलाना में गाय ने दो बछियाओं को जन्म दिया है
-सरकार से उन्हें कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है
सोनीपत, 10 जनवरी (हि.स.)। सोनीपत के खंड गन्नौर में गांव आहुलाना बाबा श्याम की नगरी से विख्यात है। यहां ग्रामीणों को चमत्कार देखने को मिला है। यहां एक गाय ने बछिया को जन्म दिया है। यहां पर ही तीन हजार साल से भी पुराना ऐतिहासिक खाटू श्याम बाबा का यहां धार्मिक धाम है। आहुलाना लगभग छह हजार की जनसंख्या है और यहां लोगों की आय खेती और पशुपालन मुख्य व्यवसाय है। 70 प्रतिशत यहां पशुपालक हैं। सुरेंद्र दुधिया उनकी पत्नी मुर्ति का कहना है किसानों की आय वृद्धि के लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का लाभ यहां किसानों को भी मिलता है।
पशुपालक संदीप पहल ने बताया कि उनकी गाय स्वस्थ है वे पशुपालकों के लिए टिप्स दे रहे हैं कि दूध को बढ़ाने के लिए, उचित पोषण, स्वच्छ पानी, और सही देखभाल प्रदान करना महत्वपूर्ण है। अच्छी गुणवत्ता वाले चारा और पोषण सप्लीमेंट्स का सही समय पर उपयोग करना भी मदद कर सकता है। नियमित वेटनरी चेकअप भी अच्छा होगा। उन्होंने बताया कि पशु के लिए लाभदायक चारा उसके प्रकार, उम्र, और उपयोग के आधार पर हो सकता है। हर पशु की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, हरा चारा, खल, बिनोला, गेहूं, मक्का, सोयाबीन, और हम तो सरसों के तेल में बनाकर हलवा भी देते हैं। पोषण समृद्ध विकल्प और भी हो सकता है। अच्छी गुणवत्ता वाले चारे का उपयोग करना, पशु के स्वास्थ्य और उत्पादकता को बढ़ा सकता है।
उनके घर में गाय ने दो बछियों को जन्म दिया है आसपास के लोग इन्हें देखने आ रहे है। इनकी दो बेटियां कनिका-मनिका हैं उन्होंने दोनों बछिया के एक ने गंगा-जमना तो दूसरी ने मन्नत-जन्नत नाम रखें हैं। यह गाय 30 किलो तक दूध देती रही है। सरकार की ओर से इस पशुपालक संदीप को हिसार में सम्मानित भी किया गया था। ग्राम पंचायत की ओर से सुनील देवी के पति पूर्व ब्लाक समिति सदस्य अजीत सिंह बताया कि यह बाबा श्याम की कृपा है हमारे गांव आहुलाना सभी मेल-मिलाप से रहते हैं। खेती और दुध उत्पादन का मुख्य कारोबार है। सरकार से उन्हें कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र/संजीव