भारत के चार मठो में से एक जोशी मठ के मठाधीश का पहली बार होगा हिसार आगमन

 


सेवा फाउंडेशन के तत्वाधान में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद एक नवंबर को पहुंचेंगे हिसार

सेवा फाउंडेशन ने शंकराचार्य के दो दिवसीय प्रवास की तैयारियों को लेकर की बैठक

हिसार, 28 अक्टूबर (हि.स.)। सेवा फाउंडेशन के तत्वाधान में जोशीमठ के वर्तमान मठाधीश जगतगुरु शंकराचार्य का हिसार की धरा पर पहली बार आगमन होगा। उनके स्वागत व अन्य कार्यक्रमों की तैयारियों बारे शनिवार को फाउंडेशन की ओर से अग्रसेन भवन में बैठक की गई। बैठक की संयुक्त अध्यक्षता करते हुए सेवा फाउंडेशन के संस्थापक सत्यपाल अग्रवाल व प्रधान संजय डालमिया ने जगतगुरु शंकराचार्य के शहर में दो दिवसीय कार्यक्रमों की जानकारी दी।

सत्यपाल अग्रवाल व संजय डालमिया ने बताया कि ढ़ाई हजार वर्ष पूर्व आदिगुरु शंकराचार्य ने भारत को धार्मिक व संस्कृति दृष्टि से एक सूत्र में पिरोने के लिए देश के चार कोनों में एक-एक मठ की स्थापना कर मठाधीश नियुक्त किए। इनमें से किसी भी मठाधीश का अभी तक हिसार में आगमन नहीं हुआ। यह पहला अवसर है जब उत्तराखंड स्थित जोशी मठ के मुख्य मठाधीश स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पहली बार हिसार आ रहें हैं। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जोशीमठ के वर्तमान एवं 53वें मठाधीश हैं।

सनातन धर्म की रक्षा और उसके प्रचार प्रसार के लिए धर्म संचार यात्रा पर निकले शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती हरियाणा राज्य में एक पखवाड़े तक विभिन्न शहरों में धर्मकथा करेंगे, जिसमें जातिवाद और छुआछूत को दूर करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। इस दौरान लोगों से संवाद करेंगे और विभिन्न कारणों से अपने धर्म से विमुख हो चुके लोगों की अपने सनातन धर्म में वापसी कराई जाएगी। इसी उद्देश्य के तहत स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द 1 व 2 नवंबर को सेवा फाउंडेशन के तत्वाधान में हिसार में प्रवास करेंगे। उन्होने बताया कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द को राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त है। बैठक में फाउंडेशन के संरक्षक दयानंद बंसल, उपप्रधान अरुण सिंगल, सचिव अनिल सिंगला मंगाली वाले, संयुक्त सचिव सत्यप्रकाश आर्य व प्रतीक बंसल सोनू सहित कार्यकारिणी सदस्य अनिल बागड़ी, रमेश अग्रवाल, सुरेंद्र बागड़ी, दीपक कुमार, सुमित वर्मा आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव