कैथल में निकली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, हजारों लोगों ने रस्सी खींचकर किया उद्घोष
शहर में आठ जगह क्रेन से लगाया गया भगवान जगन्नाथ को भोग
जगह-जगह तोरण द्वार लगाकर हुआ रथ यात्रा का स्वागत
कैथल, 13 जुलाई (हि.स.)। इस्कॉन प्रचार समिति की ओर से शनिवार को अंबाला रोड के खाटू श्याम मंदिर से 17वीं भगवान जगन्ननाथ की भव्य रथ यात्रा शुरू हुई। कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल ने नारियल फोड़कर और रस्सी से भगवान जगन्नाथ का रथ खींचकर यात्रा की शुरुआत की। विधायक लीला राम व सुरेश गर्ग नौच उनके साथ मौजूद रहे। सैकड़ों श्रद्धालु भक्तजन रथ की रस्सी खींचकर साथ साथ चलते रहे।
रथ यात्रा की अगुवाई महावीर जी कर रहे थे। शहर में जगह-जगह पुष्पवर्षा कर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा की पूजा अर्चना की गई। कई भक्तजन सड़कों पर झाडू लगाते हुए आस्था की भवसागर में डुबकी लगाते रहे। रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ का गुणगान होने से समूचा वातावरण धर्ममय बना रहा। भगवान जगन्नाथ रथयात्रा में श्रद्धालु ढोल एवं इस्कॉन के भक्तों द्वारा मृदंग एवं करताल के साथ भगवान के रथ के आगे कीर्तन करते हुए चले रहे थे।
भगवान जगन्नाथ जी का रथ भक्तजन अपने हाथों से खींचते हुए चल रहे थे। रथ के आगे चल रहे इस्कॉन के भक्तों के भजनों पर श्रद्धालुजन झूमते-नाचते हुए चल रहे थे। दिल्ली से इस्कॉन कुछ वैष्णव सन्यासी भक्त भी भजन गाते हुए यात्रा के साथ चल रहे थे। इस अवसर पर समिति के सभी सदस्य दीपक अग्रवाल, राज गुलाटी, आशीष गर्ग, राम निवास, संजय वाही, अमित गर्ग, भारत मदान, श्याम लाल वर्मा, नीरज गर्ग, रमेश कुमार, बलविंदर, संजीव धीमान, सुमित ओबराय मौजूद रहे।
दुल्हन की तरह सजा शहर, स्वागत में लगाए तोरण द्वार
यात्रा में भगवान जगन्नाथ नेअपने भाई बलदेव और बहन सुभद्रा महारानी के साथ कैथल शहरवासियों को रथ पर विराजमान हो कर दर्शन दिए। उनके स्वागत के लिए पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। शहर में जगह-जगह स्वागत के लिए तोरण द्वार बनाए गए थे और रंग बिरंगी लाइटों से सड़कों को सजाया गया था।श्री खाटू श्याम मंदिर से शुरू होकर, ढांड रोड, सेक्टर 19, मार्केट 19, मध्य मार्ग, ऋषि नगर, करनाल रोड, पिहोवा चौक, कमेटी चौक से होते हुए गीता भवन मंदिर में विशाल भंडारे के संपन्न हुई।
शहर में आठ जगहों पर क्रेन से लगाए जगन्नाथ को भोग
यात्रा के दौरान शहर में आठ जगहों पर क्रेन के द्वारा भगवान जगन्नाथ,बलभद्र एवं सुभद्रा की पूजा अर्चना कर उन्हें भोग लगाया गया। जो लोगों में आकर्षण का केंद्र रहा। पेहवा चौक, कमेटी चौक, कुरुक्षेत्र रोड चौक, मध्य मार्ग, वह सेक्टर 19 की मार्केट के साथ-साथ ऋषि नगर में भी क्रेन से भोग लगाया गया। प्रधान दीपक अग्रवाल ने बताया कि ब्रह्मांड पुराण के अनुसार जो कोई भक्त भगवान जगन्नाथ जी के रथ पर दर्शन करता है, उनके रथ के रस्से को खींचता है और उनके रथ के आगे संकीर्तन में नृत्य करता है तो उसके जन्मों-जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और वह भक्त अंतिम समय में वैकुंठ का अधिकारी बन
जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज / संजीव शर्मा