जींद : पंच तत्व में विलीन हुए इंस्पेक्टर रणधीर चहल

 


जींद, 9 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत नरवाना के फरैण कलां के बेटे रणधीर चहल का सोमवार को देर रात नेशनल हाइवे 44 पर प्याऊ मनियारी के पास हुए सड़क हादसे में मृत्यु हो गई। वहीं दिल्ली पुलिस की एक टुकडी द्वारा मृतक इंस्पेक्टर रणधीर चहल के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव फरैण कलां में लाया गया। जहां पर रणधीर का पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अतिंम संस्कार किया गया।

इस दौरान दिल्ली पुलिस के डीसीपी राजीव कुमार व एसीपी प्रवीण कुमार ने इस्ंपेक्टर रणधीर चहल के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि रणधीर चहल वर्ष 2008 में दिल्ली पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती हुए थे ओर वर्तमान में रणधीर चहल दिल्ली के आदर्श नगर थाना में बतौर इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत थे। जो अपने प्रशासनिक कार्य से किसी मामले की तफ्तीश के लिए दिल्ली से सोनीपत जा रहे थे। इसी बीच प्याऊ मनियारी के पास एक ट्रक चालक ने अचानक ब्रेक लागाए तो पीछे से आ रही कार ट्रक में जा टकराई। जिससे इस्ंपेक्टर रणधीर चहल व उनके साथी इंस्पेक्टर दिनेश बेनीवाल की मौत हो गई।

इंस्पेक्टर रणधीर चहल अपने पीछे पिता गजे सिंह रिटायर्ड सुबेदार व माता राजवंती के अलावा पत्नी प्रोमिला व दो बच्चे जिनमेें लड़की का नाम वशिंका व लडके का नाम अभिराज है को छोड़ गए हैं। इंस्पेक्टर रणधीर चहल के पिता को सांत्वना देते हुए डीसीपी राजीव कुमार ने कहा कि रणधीर चहल ने गत वर्ष हुए जी-20 सम्मेलन में भी अपनी अहम भुमिका निभाई थी। दिल्ली पुलिस ने एक बहादुर इंस्पेक्टर को खोया है। जिसकी क्षतिपूर्ति कभी पुरी नहीं हो सकती है। दिल्ली पुलिस इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ है। अपने पीछे छोड़ गए परिवार के पालन-पोषण के लिए दिल्ली पुलिस हर सभंव सहायता के लिए परिवार के साथ है।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव