लघु सचिवालय पर सफाई कर्मियों का प्रदर्शन, ऑनलाइन हाजिरी पर जताया विराेध
सिरसा, 10 जुलाई (हि.स.)। ग्रामीण सफाई कर्मियों व चौकीदारों की एप के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी पर रोक लगाने की मांग को लेकर बुधवार को जिलेभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों व चौकीदारों ने लघु सचिवालय में प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। धरनारत कर्मचारियाें ने बाद में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन उपायुक्त काे साैंपा।
ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन लीडर सोहन कुमार ने कहा कि पंचायत विभाग हरियाणा ने एक मोबाइल एप तैयार की है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों व चौकीदारों ने इस एप पर ऑनलाइन हाजिरी लगेगी। हाजिरी लगने के बाद तीन दिन तक उस हाजिरी का सत्यापन ग्राम सचिव करेगा और उसके बाद सरपंच एप के माध्यम से मानदेय भुगतान की ऑनलाइन सिफारिश करेगा। सरपंच की सिफारिश के बाद सरकार ने जिस प्राइवेट बैंक से करार किया है, वो बैंक ग्रामीण सफाई कर्मियों व चौकीदारों का ऑनलाइन मानदेय का भुगतान करेगा।
चुनावी रंजिश के शिकार होने की संभावना
सोहन कुमार ने कहा कि अभी तक ग्रामीण सफाई कर्मचारियों व चौकीदारों का मानदेय का बिल बनाने काम बीडीपीओ ऑफिस करता था, वो काम अब सरपंचों के माध्यम से करवाया जाएगा। जिसका वह विरोध करते हैं। हरियाणा सरकार के इस कदम से ग्रामीण सफाई कर्मचारियों व चौकीदारों में काफी रोष है, क्योंकि इस नई व्यवस्था से सफाईकर्मी व चौकीदार सरपंचों की मनमानी और बेगार का शिकार होंगे। जो भी कर्मी सरपंच की मर्जी के हिसाब से उसके बताए अन्य प्रकार के कामों से मना करेगा और चुनावी रंजिश के चलते मानदेय में मनमाने तरीके से कटौती होगी। इसके अलावा दिन प्रतिदिन लगाने और हटाने का एक नया खेल शुरू हो जाएगा।
ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का कहना है कि उनके पास स्मार्टफोन तक नहीं, जिनके पास हैं वह कम पढ़े लिखे होने के कारण इसका इस्तेमाल करना नहीं जानते। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों व चौकीदारों ने सरकार से मांग की है कि ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था पर रोक लगाकर 5 गांव का जोन बनाया जाए और उस जोन में काम करने वाले कर्मियों की हाजिरी के लिए सुपरवाइजर नियुक्त करके हाजिरी रजिस्टर पर लगाई जाए। अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो प्रदेश भर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी व चौकीदार प्रदेशभर में आंदोलन करके कड़ा विरोध जताएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/रमेश डावर
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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश डाबर / सुनील कुमार सक्सैना