हिसार: उच्च शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने का प्रभावशाली मंच ज्ञान:नरसी राम
हिसार, 18 दिसंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवक्र्स (ज्ञान) देश की उच्च शिक्षा को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने का एक प्रभावशाली मंच है। शिक्षक, शोधार्थी और विद्यार्थी ज्ञान कायर्क्रमों के माध्यम से न केवल संबंधित विषयों का कौशल बढ़ाते हैं, बल्कि इस कौशल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का अवसर भी प्राप्त करते हैं।
प्रो. नरसी राम बिश्नोई सोमवार को विश्वविद्यालय के बायो एंड नेनो टेक्नोलॉजी विभाग के सौजन्य से ‘बायो नेनो टेक्नोलॉजी फॉर प्रसनलाईज्ड हेल्थ मैनेजमैंट’ विषय पर शुरू हुए पांच दिवसीय ज्ञान कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार के नागार्जुन हॉल में हुए इस कार्यक्रम में फलोरिडा पोल्टेक्निक युनिवर्सिटी, यूएसए के डा. अजीत कौशिक विदेशी शिक्षक के रूप में उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. नीरज दिलबागी हैं। इस कार्यक्रम की स्थानीय समन्वयक प्रो. सुजाता सांघी हैं तथा सह-समन्वयक प्रो. संदीप कुमार हैं।
विदेशी शिक्षक डाॅ. अजीत कौशिक ने अपने संबोधन में कहा कि ज्ञान कार्यक्रम विदेशी विश्वविद्यालयों तथा भारतीय विश्वविद्यालयों के आपसी तालमेल से भारतीय विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के कौशल से अवगत कराने तथा संस्थानों के आपसी सहयोग से भविष्य की योजनाओं को बनाने के लिए मंच पर काम करता है। स्थानीय समन्वयक प्रो. सुजाता सांघी ने बताया कि विश्वविद्यालय का यह दसवां ज्ञान कार्यक्रम है। कोर्स कोर्डिनेटर प्रो. नीरज दिलबागी ने अपने संबोधन में बताया कि यह कार्यक्रम भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है। धन्यवाद प्रस्ताव सह समन्वयक प्रो. संदीप कुमार ने प्रस्तुत किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन