फतेहाबाद: सेम समस्या, मुआवजे व नरमा की खरीद को लेकर डीसी से मिली किसान सभा
फतेहाबाद, 30 जनवरी (हि.स.)। जिले के भट्टू क्षेत्र में सेम समस्या सहित किसानों की अन्य मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा तहसील कमेटी भट्टूकलां का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जिला प्रधान कामरेड विष्णुदत्त की अध्यक्षता में जिला उपायुक्त से मिला और उन्हें मांग पत्र सौंपा।
ज्ञापन में किसान सभा ने भट्टू के सेम प्रभावित गांवों भट्टूकलां, बनावाली, शेखुपुर दड़ौली, खाबड़ा कलां, ढाबी कलां, ढाबी खुर्द, ठुईयां, बनमंदौरी, जांडवाला बागड़, पीलीमंदौरी आदि में समस्या के समाधान की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में कामरेड विष्णुदत्त के साथ किसान नेता हनुमान सिंह, रोहताश डूडी, सुभाष चन्द्र, रोहताश भादू, छोटूराम जांगु, मांगेराम, मनीराम नंबरदार, सुभाष चन्द्र गोदारा, बागराम आदि भी मौजूद रहे।
प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को बताया कि नरमा कपास की सीसीआई द्वारा खरीद बंद कर दी गई है, जबकि अभी भी काफी किसानों का नरमा घरों में पड़ा है। उन्होंने डीसी से मांग की कि वे सीसीआई को कुछ दिन ओर नरमा की खरीद तुरंत शुरू करने के निर्देश दें। भट्टू के दर्जनों गांवों में सेम की समस्या उठाते हुए किसान नेताओं ने कहा कि पिछले काफी सालों से इन गांवों के किसान सेम की समस्या का सामना कर रहे हैं, इस समस्या का तुरंत स्थाई समाधान किया जाए। जब तक स्थाई समाधान नहीं हो जाता, सेम से खाली पड़ी जमीन का सर्वे करवाया जाए और फौरी तौर पर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ किसान को खराबे के रूप में आर्थिक सहायता दी जाए।
खाद की समस्या को उठाते हुए प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि खाद के बैग का वजन 50 किलो से कम करके 45 किलो किया और अब 45 किलो स घटाकर 40 किलो कर दिया गया है, जोकि किसानों के साथ सरासर धोखा है। किसानों के साथ इस धोखाधड़ी को बंद किया जाए और 40 किलो के हिसाब से ही रेट किसानों से वसूला जाए। किसान सभा ने डीसी को सौंपे ज्ञापन में साल 2023 का गुलाबी सुण्डी से खराब हुई फसल का मुआवजा तुरंत जारी करने की मांग की।
उन्होंने बताया कि फतेहाबाद जिले में जलभराव का मुआवजा कुछ जगह मंजूर होकर आया है लेकिन भूना, जाखल, भट्टू व अन्य कई जगहों पर अभी तक लोगों को मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे इन क्षेत्रों के लोगों में काफी रोष है। जलभराव से हुए नुकसान का सभी लोगों को तुरंत मुआवजा वितरित किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शासन-प्रशासन ने किसानों की इन समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया तो किसान आंदोलन को मजबूर होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुमन/संजीव