सोनीपत: रोहणा से लापता युवक का शव 11वें दिन बहादुरगढ़ के पास माइनर में मिला
-31 दिसंबर को घर से स्कूटी पर निकला था युवक, वापस नहीं लौटा
-परिजनों ने पहुंचकर शव की पहचान की
-खरखोदा पुलिस शव को अपने साथ लेकर गई
झज्जर, 11 जनवरी (हि.स.)। सोनीपत जिले के गांव रोहणा से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए युवक का शव 11वें दिन गुरुवार को करीब 20 किलोमीटर दूर बहादुरगढ़ के पास रोहद से बरामद हुआ। शव यहां एनसीआर माइनर में पुल के नीचे अटका हुआ था। कई घंटों की मशक्कत के बाद शव को माइनर से बाहर निकाला जा सका। खरखोदा पुलिस शव को अपने साथ ले गई है।
दरअसल, बुधवार की देर शाम को रोहद से गुजर रही एनसीआर माइनर में पुल के नीचे अटके शव पर किसी की नजर गई। यह सूचना पुलिस को दी गई। आसौदा थाने से पुलिस मौके पर पहुंची और शव बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण शव पुल के नीचे जाकर फंस गया। इसके बाद वीरवार की सुबह फिर से अभियान शुरू हुआ। बोटिंग टीम को भी बुलाया गया। पानी का स्तर कम करने के लिए सप्लाई भी रुकवाई गई। इस तरह से कई घंटों की मशक्कत के बाद दोपहर को शव माइनर से बाहर निकाला जा सका। मौके पर खरखोदा पुलिस और कुछ लोग आए हुए थे। जिन्होंने कपड़ों के आधार पर शव की शिनाख्त कर ली।
मृतक की पहचान करीब 29 वर्षीय अरुण के रूप में हुई। यह गांव रोहणा का निवासी था। गत 31 दिसंबर को स्कूटी पर सवार होकर घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। इसके बाद परिजनों ने तलाश शुरू की और पुलिस को मामले से अवगत कराया। इस दौरान अरुण की स्कूटी रोहणा से गुजर रही एनसीआर माइनर की पटरी के निकट खड़ी मिली। इसके बाद पुलिस ने माइनर में भी सर्च अभियान चलाया। तब से तलाश जारी थी, लेकिन कुछ अता-पता नहीं चल सका। इस तरह से 11वें दिन एक शव रोहद के निकट माइनर में मिला। जिसकी शिनाख्त परिजनों ने अरुण के तौर पर की है। खरखोदा पुलिस शव को अपने साथ ले गई है। युवक की मौत की वजह क्या रही, ये अभी जांच का विषय है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कारणों का खुलासा हो सकेगा। माइनर से शव निकालते का प्रयास करते कर्मचारी।
हिन्दुस्थान समाचार/ शील/संजीव