कैथल की पंचायतों का फैसला, किन्नरों के मुंह मांगी बधाई मांगने पर पाबंदी

 




ज्यादा मांगने की जिद की तो लगेगा जुर्माना

नियम तोड़ने वाले पर भी ग्राम पंचायत ने लगाया जुर्माना

कैथल, 28 अप्रैल (हि.स.)। कैथल जिला के दो गांवों की पंचायत ने किन्नरों के मुंह मांगी बधाई मांगने पर पाबंदी लगा दी है। दोनों गांव की पंचायत ने खुशी के मौके पर किन्नरों को दी जाने वाली बधाई के दाम भी तय कर दिए हैं। अगर किसी किन्नर ने तयशुदा रेट से अधिक मांगने की जिद की तो उस पर ग्राम पंचायत जुर्माना भी लगाएगी।

जुर्माने की राशि वसूल करने के लिए गांव के लोगों की कमेटी भी तय की गई है। जिला के गांव ग्योंग व पाडला की पंचायतों ने इस तरह का फैसला लिया है। लड़का होने में विवाह की खुशी के मौके पर किन्नरों को 1100 से अधिक की धनराशि नहीं दी जाएगी। दोनों गांव के निवासी किसी व्यक्ति ने अगर किन्नरों को तयशुदा रकम से अधिक धनराशि दी तो उस पर भी पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। अगर कोई किन्नर जबरदस्ती या जिद करता है तो उसके खिलाफ ग्राम पंचायत कानूनी कार्रवाई करेगी।गांव ग्योंग व पाडला की पंचायतों ने लिखित में इस तरह के आदेश जारी किए हैं।

दोनों गांवों की पंचायतों ने जारी किए यह आदेश

ग्राम पंचायत ग्योंग व पाडला की तरफ से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि ग्राम पंचायत ने एक निर्णय लिया है। बच्चे के जन्म और विवाह सहित अन्य शुभ कार्य में किन्नरों को 1100 रुपए का शगुन दिया जाएगा। इससे ज्यादा की मांग करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और अधिक राशि देने वाले पर पांच हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा।

गांव पाडला के सरपंच रामभज ने बताया कि अक्सर देखने को मिलता है कि गांव में कई ऐसे लोग होते हैं, जो अधिक शगुन राशि नहीं दे पाते हैं। उन्हें फिर भी किन्नरों को अधिक बधाई राशि देनी पड़ती है। वहीं गांव ग्योंग के सरपंच प्रतिनिधि कर्मबीर सिंह ने कहा कि उनके द्वारा लिए गए फैसले के बाद समाज में सुधार होगा और लोगों को राहत मिलेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/नरेश