झज्जर : चारों तरफ कोहरे का पहरा,मुख्य मार्ग व आवासीय क्षेत्रों में दृश्यता हुई कम
झज्जर, 29 दिसंबर (हि.स.)। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कई दिनों बाद एक बार फिर सोमवार को जिलाभर में घना कोहरा छाया रहा । जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया। हालात ऐसे रहे कि सुबह नौ बजे तक दृश्यता लगभग शून्य बनी रही। सडक़ों पर कुछ ही कदम आगे देख पाना मुश्किल हो गया। वहीं सीजन में पहली बार दोपहर के समय ठंड महसूस हुई। सूर्य देव भी दोपहर दो बजे आसमान में उभरे।
ठंड और कोहरे की दोहरी मार से लोग ठिठुरते नजर आए। घने कोहरे का सबसे ज्यादा असर स्कूली बच्चों पर देखने को मिला। अभिभावक भी बच्चों को छोड़ते वक्त अतिरिक्त सतर्कता बरतते दिखे। ट्रेनें भी कई-कई घंटे की देरी से बहादुरगढ़ पहुंची। इसके कारण यात्रियों को खुले में खड़े होकर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। मौसम विभाग ने 30 और 31 दिसंबर को घने कोहरे के साथ शीत लहर की संभावना व्यक्त की है।
सोमवार को घने कोहरे के कारण सडक़ों पर वाहन रेंगते हुए चलते दिखाई दिए। कोहरे के कारण हाईवे और मुख्य मार्गों पर वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दुर्घटना की आशंका के चलते लोग बेहद सावधानी से वाहन चलाते रहे। वाहन चालकों को हैडलाइट और फॉग लाइट जलाकर चलना पड़ाए बावजूद इसके आगे का रास्ता साफ नजर नहीं आ रहा था। ट्रैफिक पुलिस ने भी वाहन चालकों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की। कोहरे का असर रेल और बस सेवाओं पर भी साफ दिखाई दिया।
कई लंबी दूरी और सवारी ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चली। भारतीय रेलवे की कई ट्रेनें लेट होने के कारण यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर घंटों इंतजार करना पड़ा। स्टेशन पर यात्री ठंड से बचने के लिए अलाव और चाय की दुकानों का सहारा लेते नजर आए। वहींए रोडवेज और निजी बस सेवाएं भी प्रभावित रहीए जिससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में साफ दिख रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज