हिसार : हिंदी विभाग की शोधार्थी नविता को मिला जयश्री शोध सम्मान व श्रेष्ठ शोधपत्र सम्मान

 


कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने दी शोधार्थी नविता को बधाईहिसार, 26 नवंबर (हि.स.)। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर (राजस्थान) और गुरु विद्यापीठ, रोहतक द्वारा संयुक्त तत्वावधान में हाल ही उदयपुर में ‘मानविकी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, साहित्य, शिक्षा, तकनीकी एवं अभियांत्रिकी में समकालीन वैश्विक रुझान एवं परिवर्तन’ विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में करीब 100 शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। आयोजन समिति ने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार की हिंदी विभाग की पीएचडी शोधार्थी नविता के जीवन परिचय तथा उनके द्वारा हरियाणा संस्कृति के प्रचार के लिए किए गए उत्कृष्ट शोध कार्यों के आधार पर ‘जयश्री शोध सम्मान-2024’ से सम्मानित किया गया। नविता ने अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में ‘पंडित लखमीचंद और पंडित जगन्नाथ के लोक साहित्य में सामाजिक चेतना’ विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया, जिसको श्रेष्ठ शोध पत्र सम्मान दिया गया। नविता पंडित लखमीचंद और पंडित जगन्नाथ के साहित्य में निहित सांस्कृतिक चेतना पर अपना पीएचडी शोध कार्य कर रही हैं।पीएचडी शोधार्थी नविता ने यह सम्मान जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव तरुण श्रीमाली और गुरु विद्यापीठ रोहतक के संस्थापक डॉ. विकास शर्मा से प्राप्त किया। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने नविता एवं हिंदी विभाग को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए यह एक बहुत ही गौरवपूर्ण उपलब्धि है। विश्वविद्यालय के अन्य शोधार्थियों को भी इस उपलब्धि से प्रेरणा मिलती है। हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. एनके बिश्नोई, प्रभारी डॉ. गीतू धवन, सहायक प्राध्यापिका डॉ. शर्मिला और अन्य शोधार्थियों ने शोधार्थी नविता को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। शोधार्थी नविता ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने गुरुजनों को दिया। शोधार्थी नविता ने बताया कि उनके जीवन का एकमात्र लक्ष्य हरियाणवी संस्कृति के प्रति लोगों को जागृत करना और हरियाणा की संस्कृति एवं मूल्यों का प्रचार एवं प्रसार पूरी दुनिया में करना है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर