जींद: जेल अधीक्षक द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने पर बिफरे सरकारी चिकित्सक
जींद, 10 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन ने जिला कारागार अधीक्षक द्वारा नागरिक अस्पताल के चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के रोष स्वरूप सीएमओ डा. गोपाल गोयल को मंगलवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से सीएमओ को बताया गया कि जेल डयूटी जाने वाले चिकित्सकों के साथ आए दिन दुव्र्यवहार होता है। बावजूद इसके चिकित्सक ईमानदारी से कार्य करते हैं।
एसोसिएशन ने दो दिन में इस मामले में कड़ा संज्ञान लिए जाने की बात कही है। अगर ऐसा नही किया जाता है तो एसोसिएशन बैठक कर आगामी ठोस निर्णय लेगी। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर चिकित्सक नागरिक अस्पताल में प्रधान डा. बिजेंद्र ढांडा की अध्यक्षता में एकत्रित हुए। यहां डा. अमित मलिक ने बताया कि दो दिन पहले वो जेल डयूटी पर थे लेकिन उन्हें सुरक्षा गार्ड तक मुहैया नही करवाए गए। बावजूद इसके उन्होंने जिला कारागार में स्वास्थ्य जांच की। इस दौरान एक अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति ने उनसे जबरन दवाएं लिखने के लिए कहा। जब उन्होंने जरूरत न होने की बात कही तो उन्हें देख लेने की धमकी दी। जिस पर उन्होंने जेल अधिकारियों से जेल अधीक्षक से बातचीत करवाने के लिए कहा लेकिन उनकी बात तक नहीं करवाई गई। जैसे-तैसे उन्होंने जेल अधीक्षक से पूरा मामला संज्ञान में लाया तो उन्होंने इस मामले में कार्रवाई करने की बजाए उनके साथ ही दुर्व्यवहार किया और उन्हें देख लेने की बात कही। जिस पर वो आ गए और पूरे मामले से एसोसिएशन व सीएमओ डा. गोपाल गोयल को अवगत करवाया।
प्रधान डा. बिजेंद्र ढांडा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों की भारी कमी है। बावजूद इसके जिला कारागार में डेपूटेशन पर चिकित्सकों की डयूटी लगाई जाती है। यहां चिकित्सकों को न तो सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करवाए जाते हैं और न ही उनकी सुरक्षा पुख्ता की जाती है। यहां अपराधिक प्रवृत्ति के लोग कई तरह की धमकियां चिकित्सकों को देते हैं। अगर इसी तरह चिकित्सकों के साथ दुव्र्यवहार होता रहा और चिकित्सकों को सुरक्षा मुहैया नही करवाई गई तो उन पर हमला भी हो सकता है। एसोसिएशन ने सीएमओ को ज्ञापन सौंप कर मामले में कड़ा संज्ञान लिए जाने की बात कही है। डा. चंद्रमोहन, डा. सूरज, डा. विशाल, डा. स्नेह खर्ब ने कहा कि जब वो भी जेल डयूटी पर जाते हैं तो उनके साथ जेल अधीक्षक द्वारा दुव्र्यवहार किया जाता है। जब वो शिकायत करते हैं तो कोई संज्ञान नही लिया जाता है। एसोसिएशन ने चेताया कि अगर जल्द ही इस मामले में कड़ा संज्ञान नही लिया गया तो वो ठोस निर्णय लेने को मजबूर होंगे। इस मौके पर डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला व अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा