कैथल में दस एमएम बारिश,मौसम विभाग ने तीन फरवरी को फिर जताई बारिश की संभावना
कैथल,1 फरवरी (हि.स.)। कैथल व आसपास के इलाकों में गुरुवार को हुई बारिश ने जहां ठंड बढ़ा दी है वहीं एक बार फिर से प्रशासनिक दावों की पोल भी खोल दी है। शहर में पानी निकासी के अभाव में सड़कें जलमग्न रही और हर तरफ कीचड़ की भरमार रही। वहीं कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों को इससे राहत मिली है। गेहूं की फसल के लिए बारिश को लाभदायक माना जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो दो फरवरी को मौसम साफ रहने की संभावना है, लेकिन तीन फरवरी को दोबारा बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बरसात होने से पहले पिछले कई दिन से सुबह व शाम के समय छा रहे घने कोहरे ने वाहन चालकों को काफी परेशान किया था। इस दौरान सड़कों पर दृश्यता भी कम हुई थी। अब बारिश होने के बाद कोहरा भी छट गया और वाहन चालकों को राहत मिली है।
गुरुवार को बरसात के बाद 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज सर्द हवाएं चलती रही। बारिश के बाद कैथल में अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान जिलेभर में औसतन 10 एमएम दर्ज की गई। बारिश के बाद एक्यूआई का स्तर भी काफी कम हुआ है। बारिश से पहले एक्यूआई 360 था, जो बारिश के बाद 219 तक रह गया। बरसात के कारण आकाश में जमा कोहरा भी सिमट गया।
बरसात से गेहूं को फायदा, सरसों को नुकसान
कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक डॉ. रमेश चंद्र वर्मा ने बताया कि इस बारिश से गेहूं की फसल को काफी फायदा पहुंचा है। हालांकि सरसों की फसल को नुकसान की संभावना है, क्योंकि बारिश होने से उनके फूल झड़ सकते हैं। कृषि मौसम विज्ञान विभाग चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ का कहना है कि प्रदेश में 3 फरवरी तक ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में आंशिक बादल रहने तथा हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की भी संभावना है। जिससे रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी तथा दिन के तापमान में फिर से गिरावट आने की संभावना है।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेश