हिसार: वैज्ञानिक सम्मेलन में गुजवि को मिला सर्वश्रेष्ठ युनिट का अवार्ड
विश्वविद्यालय को मिली मेजबानी गौरव की बात : प्रो. नरसी राम
हिसार, 7 दिसंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को 64वें अंतरराष्ट्रीय माइक्रोबायोलोजिस्ट वैज्ञानिक सम्मेलन में सर्वश्रेष्ठ युनिट का अवार्ड मिला है। झांसी में हुए इस सम्मेलन में विश्वविद्यालय के बायो एंड नेनो टेक्नोलॉजी विभाग के शोधार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। नमिता सिंह के नेतृत्व में इस सम्मेलन में सम्मानित होने वाले शोधार्थी गुरुवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई से मिले। इस अवसर पर बायो एंड नेनो टेक्नोलॉजी विभाग चेयरमैन अनिल कुमार भी उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि यह गौरवान्वित करने वाली उपलब्धि है। साथ ही उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और श्रेष्ठ प्रदर्शन के चलते एसोसिएशन ऑफ माइक्रोबायोलोजिस्ट ने आगामी 65वां सम्मेलन गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार करवाने का फैसला लिया है। इस सम्मेलन की मेजबानी विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है।
सम्मेलन में मंदीप कुमार व मोनिका के सब्जी के पोस्टर को सर्वश्रेष्ठ पोस्टर घोषित किया गया। मंदीप कुमार व मोनिका सब्जी आधारित प्रोबायोटिक्स पेय के विकास पर शोध कर रहे हैं। ज्योति रानी को युवा वैज्ञानिक के सम्मान से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड युनिट की ओवरऑल असेसमैंट के आधार पर मिलता है। चाहत भाटिया तथा भव्य सोनी को सम्मेलन में स्प्रिंगर नेचर अवार्ड से सम्मानित किया गया। इन शोधार्थियों ने बेसीलेस सबटिलिस द्वारा उत्पादित बायोएक्टिव अणुओं की दवा समानता गुणों के सिलिको मूल्यांकन पर शोध किया है। यह शोध भविष्य में विभिन्न बेक्टेरिया के लिए दवा घटकों के रूप में फार्मास्युटिकल उद्योग में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
डा. ज्योति रानी ने अपने शोध में ग्रामीण एनाफलेंस केल्सीफेसीज पर किया है, जो एक प्रकार का ग्रामीण मच्छर है। डा. ज्योति रानी के शोध मेें पता चलता है कि प्रोटीन ट्रांसफेरिया को अगर मच्छर में कम कर दिया जाए तो मच्छर में अंडों की संख्या काफी हद तक कम हो जाएगी। इस तरह से मच्छरों से फैलने वाली बहुत सी बीमारियों पर काबू पाया जा सकेगा। ये सभी शोधार्थी माइक्रोबायोलोजिस्ट वैज्ञानिक सम्मेलन की सचिव प्रो. नमिता सिंह के निर्देशन में शोध कार्य कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव