हिसार : गुरु जम्भेश्वर विवि एवं स्वदेशी शोध संस्थान मिलकर करेंगे शोध व शिक्षण कार्य
दोनों संस्थानों के बीच हुआ एमओयू, अधिकारी रहे मौजूद
हिसार, 19 अक्टूबर (हि.स.)। गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं स्वदेशी शोध संस्थान, (एसएसएस) नई दिल्ली भारतीय ज्ञान परंपरा तथा संबंधित विषयों पर शोध व शिक्षण के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। इस संबंध में गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालस एवं एसएसएस ने एक मैमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) किया है। एमओयू पर गुजविप्रौवि की ओर से कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई तथा एसएसएस की ओर से ओनरेरी कन्सलटैंट डा. सुदेश गुप्ता ने हस्ताक्षर किए हैं।
कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर तथा डीन इंटरनेशल प्रो. नमिता सिंह ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए। कुलपति नरसीराम बिश्नोई ने इस एमओयू का उद्देश्य प्रशिक्षण, कौशल विकास, उद्यमियता तथा रोजगार के क्षेत्र में दोनों संस्थानों के आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है।
दोनों संस्थान मिलकर कार्यशाला, सेमीनार, संगोष्ठी, विशेष व्याख्यान तथा समूह वार्ता आदि का संचालन व आयोजन करेंगे। इस एमओयू से विशेषकर भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में शिक्षण तथा शोध के क्षेत्र में नई संभावनाओं का जन्म होगा। इस एमओयू के तहत न केवल यूटीडी बल्कि गुजविप्रौवि से संबध महाविद्यालय तथा क्षेत्र के अन्य विद्यार्थी, शोधार्थी तथा शिक्षक लाभांवित होंगे।
डा. सुरेश गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि यह एमओयू दोनों ही संस्थानों के लिए अत्यंत उपयोगी होने के साथ-साथ समाज व राष्ट्र के लिए भी उपयोगी होगा। गुजविप्रौवि अपने शोधार्थी एसएसएस में भेज सकेगा। दोनों संस्थान एक दूसरे संस्थानों का प्रयोग कर सकेंगे। इस एमओयू से शोध के नए आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान परपंरा पर और अधिक शोध की आवश्यकता है। इस अवसर पर डिप्टी डीन इंटरनेशल प्रो. अर्चना भी उपस्थित रहीं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर