झज्जर: नफे सिंह राठी हत्याकांड में सीबीआई ने किया वारदात स्थल का निरीक्षण
-टीम ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों से भी जुटाई जानकारी
झज्जर, 10 मई (हि.स.)। इंडियन नेशनल लोकदल के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के मामले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को तीसरी बार बहादुरगढ़ में वारदात स्थल (बराही फाटक) का निरीक्षण किया।
टीम करीब सवा 12 बजे पहुंची और करीब आधा घंटा छानबीन की। टीम ने बहादुरगढ़ के पुलिस अधिकारियों से मामले की जानकारी भी ली। मौके पर सीबीआई की डीआईजी लवली कत्याल के साथ बहादुरगढ़ के डलएसीपी धर्मवीर सिंह व एसटीएफ के सदस्य अधिकारी मौजूद रहे।
नफे सिंह हत्याकांड में लगातार तेज हो रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही केस का खुलासा हो सकता है। इस मामले में सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के अधिकारियों से भी पूछताछ की है। सीबीआई को स्पेशल सेल के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से सीबीआई के अधिकारी और टीम बहादुरगढ़ में डटी हुई है। लगातार नफे सिंह केस में जांच कर रही है। तहकीकात में सीबीआई को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। वहीं सीबीआई के अधिकारियों को अब तक की जांच में नफे सिह राठी की फॉच्र्यूनर कार में जीपीएस लगाने वालों की भी पहचान हो गई है। गवाहों से मिली जानकारी के बाद सीबीआई को पता चला है कि जीपीएस उपकरण गुरुग्राम व दिल्ली से खरीदे गए थे।
सीबीआई को यह भी जानकारी हाथ लगी है कि जीपीएस क्यों लगाया गया था और किसने और कब लगवाया था। हालांकि इस जानकारी को सीबीआई के अधिकारी अभी गुप्त रखे हुए हैं। शुक्रवार को सीबीआई की डीआईजी ने दोपहर सवा 12 बजे अधिकारियों के साथ वारदात स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद सीबीआई अधिकारी स्थानीय डीसीपी, एसटीएफ के अधिकारियों के साथ लाइनपार थाना में पहुंची। यहां पर उन्होंने नफे सिंह राठी की फॉच्र्यूनर कार और आरोपियों द्वारा वारदात में प्रयोग की गई आई-20 कार की भी जांच की।
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि सीबीआई को एक वीडियो फुटेज भी हाथ लगी है। जिसमें लोग कह रहे हैं कि नफे सिंह जल्द मर जाएगा। ये वीडियो फुटेज हत्याकांड से कुछ समय पहले की है। जो लोग फुटेज में बोलते सुनाई दे रहे हैं उनसे भी सीबीआई जल्द पूछताछ करेगी।
बता दें कि 25 फरवरी को बराही फाटक के नजदीक नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन दलाल की गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। जबकि नफे सिंह के भांजे संजय और गनमैन संजीत कबलाना गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
हिन्दुस्थान समाचार/शील/संजीव