सोनीपत: भारतीय संस्कृति राष्ट्र की एकता व अखंडता का आधार: बंडारू दत्तात्रेय
-जीवन श्रेष्ठ बनाने आगे बढाने के लिए अनुशासन जरुरी
-सांस्कृतिक महोत्सव रिदम में छात्र-छात्राओं ने दी मनोहारी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
सोनीपत, 24 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारतीय संस्कृति राष्ट की एकता व अखंडता का आधार है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को सर छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल (डीसीआरयूएसटी) में आयोजित 16वें दीनबंधु छोटूराम मेमोरियल लेक्चर में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। महामहिम ने सांस्कृतिक महोत्सव रिदम-23 का शुभारंभ किया। छोटूराम जयंती की बधाई दी।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि छोटूराम ऐसी शख्सियत थे जिनके शब्दकोष में असंभव नाम का शब्द नहीं था। वे असंभव को संभव बनाने का हौंसला रखते थे। पूरे विश्वास के साथ काम करते थे। वे मानते थे समाज में विकास शिक्षा के माध्यम से ही होगा। इसलिए अनेक शिक्षण संस्थान खुलवाए। छोटूराम का अधिकतर वेतन प्रतिभावान विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप में खर्च हो जाता था।
राज्यपाल ने कहा कि यह बेहद गर्व की बात है कि पाकिस्तान के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता अब्दुस सलाम उस समय इसलिए शिक्षा ग्रहण कर पाए कि छोटूराम द्वारा स्थापित किए गए कोष से अब्दुस सलाम को स्कॉलरशिप मिलती थी। अब्दुस सलाम के भाई अब्दुल हमीद ने स्वीकार किया था। डा. अब्दूस सलाम सफलता की बुलंदियों को छू लिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओएसडी विरेंद्र बढख़ालसा ने कहा कि यहां सबको एक संकल्प लेना है। वन नेशन:वन मिशन की भावना से आगे बढ़ना है। सामाजिक-राष्ट्रीय समस्या को दूर करने के लिए जीवन को समर्पित करना है। सर छोटूराम के संदेश को आत्मसात करें। विभिन्न कॉलेज के करीब 250 छात्र-छात्राएं महोत्सव के पहले दिन विद्यार्थियों ने अभिनय के साथ नृत्य, गायन और फाइन आर्ट्स की स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी।
विश्वविद्यालय परिसर गीत-संगीत की स्वर लहरियों वातावरण संगीतमय हो गया। डीसीआरयूएसटी के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह ने राज्यपाल व अन्य अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि विश्वविद्यालय प्रगति पथ अग्रसर है। रजिस्ट्रार प्रो. सुरेश कुमार ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। उपायुक्त डा. मनोज कुमार, डीसीपी गौरव राजपुरोहित, एसडीएम अमित कुमार, डीन छात्र कल्याण संघ प्रो. सुखदीप सिंह, प्रो. सुमन सांगवान, उप-निदेशक डा. प्रवेश गहलोत, डॉ मनीषा आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र/संजीव