हिसार : दवाओं की शुद्धता, प्रभावकारिता व सुरक्षा बनाए रखने के लिए दवा विनियमन का महत्व जरूरी : डॉ. सुरेश
‘सरकारी क्षेत्र में ड्रग इंस्पेक्टर व अन्य विनियामक क्षेत्र के रूप में कैरियर मार्ग: अवसर एवं जिम्मेदारिया’ विषय पर एक व्याख्यान आयोजितहिसार, 29 नवंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के फार्मास्युटिकल विज्ञान विभाग में फामेर्सी सप्ताह के अवसर पर ‘सरकारी क्षेत्र में ड्रग इंस्पेक्टर व अन्य विनियामक क्षेत्र के रूप में कैरियर मार्ग : अवसर एवं जिम्मेदारिया’ विषय पर एक व्याख्यान आयोजित किया गया। खाद्य एवं औषधि प्रशासन, गुरुग्राम के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर एवं गुजविप्रौवि के फार्मसी विभाग के पूर्व विद्यार्थी डा. सुरेश वर्मा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे। मुख्य वक्ता डॉ. सुरेश वर्मा ने अपने व्याख्यान में सबसे पहले पूर्व विद्यार्थियों की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि वे विभाग को कैसे वापस दे सकते हैं। उन्होंने ड्रग रेगुलेशन की उत्पत्ति, विनियमन मार्ग, कार्यान्वयन प्राधिकरण, सीडीएससीओ और राज्य ड्रग कंट्रोलर के कार्य, अधिनियम के अनुसार प्रशासन, ड्रग इंस्पेक्टर की योग्यता, ड्रग इंस्पेक्टर की शक्तियों, चयन मानदंड एवं नियमों के कार्यान्वयन के बारे में चर्चा की।डॉ. वर्मा ने दवाओं की शुद्धता, स्थिरता, प्रभावकारिता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए दवा विनियमन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय औषधि विनियमन के बारे में भी चर्चा की, जिसमें डी एंड सी अधिनियम 1940, औषधि नियम 1945, चिकित्सा उपकरण नियम 2017, नई औषधि और क्लीनिकल परीक्षण नियम 2019 और प्रसाधन सामग्री नियम 2020, दिशा निर्देश, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न, आदेश शामिल रहे। उन्होंने भारत में नियामक क्षेत्र में नवीनतम अपडेट भी साझा किए। डॉ. वर्मा ने विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और उसके लिए अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने औषधि नियंत्रण अधिकारी के रूप में अपनी यात्रा के अनुभव भी साझा किए।व्याख्यान में 50 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। विभाग की डीन प्रो. सुमित्रा सिंह, विभागाध्यक्ष प्रो. अश्विनी कुमार, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट समन्वयक प्रो. सुनील सिंहमार तथा डॉ. मनोज मेडल भी इस व्याख्यान का हिस्सा थे। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट समन्वयक डॉ. रेखा राव ने डॉ. वर्मा को अपना बहुमूल्य समय देने और विद्यार्थियों के साथ अपने ज्ञान और अनुभव को साझा करने के लिए धन्यवाद दिया। वे हमेशा विभाग में योगदान देते रहते हैं। फार्मास्युटिकल विज्ञान विभाग नियमित रूप से विद्यार्थियों के हित के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर