हिसार: ड्रोन टेक्नोलॉजी में युवाओं के लिए शोध व रोजगार की अपार संभावनाएं: प्रो. नरसीराम बिश्नोई
‘ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड एप्लीकेशंस’ विषय पर आयोजित बूट कैंप का समापन
हिसार, 10 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि ड्रोन टेक्नोलॉजी में युवाओं के लिए शोध व रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। पूरी दुनिया में इस टेक्नोलॉजी पर तेजी से कार्य हो रहा है। यह टेक्नोलॉजी मानव जीवन की हर गतिविधि को प्रभावित कर रही है। वे शनिवार को गुजविप्रौवि तथा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरूक्षेत्र (एनआईटी) के सौजन्य से विश्वविद्यालय में ‘ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड एप्लीकेशंस’ विषय पर आयोजित बूट कैंप के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि ड्रोन तकनीक ने खाद्य, चिकित्सा, रक्षा तथा यातायात आदि क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाने आरंभ कर दिए हैं। विद्यार्थी अपने अंदर स्टार्ट-अप तथा इनोवेशन के कौशल को विकसित करें। विश्वविद्यालय इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। नए आइडियाज को व्यवहारिक रूप देने के लिए विश्वविद्यालय ने कई कार्ययोजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि यह बूट कैंप प्रतिभागियों के लिए अत्यंत उपयोगी रहा है। इस प्रकार के कार्यक्रम विश्वविद्यालय में आगे भी आयोजित करवाए जाते रहेेंगे।
प्रो. लीलीदेवान ने कहा कि यह बूट कैंप नए इंजीनियरों को ड्रोन तकनीक से अवगत कराने के लिए आयोजित किया गया था। कैंप के दौरान नव-इंजीनियरों को ड्रोन तकनीक में आने वाली चुनौतियों व संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई तथा उन्हें ड्रोन को बनाने तथा उसके उपयोग के बारे में भी विस्तार से बताया गया। प्रो. संदीप आर्य ने कहा कि ड्रोन तकनीक समय की मांग है। दुनिया में तेजी से बदलते तकनीकी परिदृश्य में ड्रोन तकनीक अत्यंत उपयोगी होने वाली है।
प्रो. पुनीत कत्याल ने बताया कि इस बूट कैंप में विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साईंस एंड इंजीनियरिंग तथा जियो-इंफोर्मेटिक्स विभाग के 98 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागी विद्यार्थियों को एनआईटी कुरूक्षेत्र के विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न सत्रों के दौरान ड्रोन तकनीक की गहनता से जानकारी दी गई। प्रतिभागियों को एनआईटी कुरूक्षेत्र के प्रो. महेश पाल, प्रो. लीलीदेवान, प्रो. रितु गर्ग तथा प्रो. वीजी रायडू ने प्रशिक्षित किया। प्रो. मुनीष गुप्ता ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर एनआईटी कुरुक्षेत्र से प्रो. लीलीदेवान, विश्वविद्यालय के डीन एफईटी प्रो. संदीप आर्य, बूट कैंप के कोर्डिनेटर प्रो. पुनीत कत्याल व प्रो. मुनीष गुप्ता भी उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय द्वारा प्रायोजित था।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव