आईएएस को रिश्वत देने के मामले में बयानों से पलटा आरोपित

 


एसीबी ने अपनी स्टेट्स रिपोर्ट सरकार को भेजी

चंडीगढ़, 5 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा के आईएएस डी. सुरेश के रिश्वत कांड में नया मोड़ आ गया है। सुरेश को रिश्वत देने का आरोप लगाने वाला आरोपित अपने बयानों से ही पलट गया है। इसके बाद अब मामले की जांच कर रही एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने सरकार को अपनी स्टेटस रिपोर्ट भेज दी है।

दरअसल, आरोपित ने आईएएस अधिकारी को बीस लाख रुपये रिश्वत देने का दावा किया था। एसीबी ने हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर आईएएस डी. सुरेश के खिलाफ चल रही जांच में पीसी एक्ट की धारा 17-ए शामिल करने की मंजूरी मांगी थी। इस बीच सरकार ने इस केस की स्टेटस रिपोर्ट मांग ली। एसीबी की स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया है कि चार दिसंबर 2022 को दर्ज की गई एफआईआर में एसीबी ने आरोपित पंकुश कुमार को गिरफ्तार किया गया था। आरोपित ने कहा था कि वह डी सुरेश का करीबी है। वर्ष 2018 में न्यू स्प्रिंग डेल्स स्कूल का प्लाट रिअलॉट करवाने के बदले आरोपित वशिष्ट कुमार गोयल ने उसे 25 लाख रुपये दिए थे।

यह राशि कथित तौर पर डी सुरेश को दे दी गई, जिसमें से पांच लाख रुपये उसे मिले थे। यह राशि उसकी दुकान में रखी हुई है। पूछताछ के दौरान ही आरोपित ने अपना बयान बदल दिया, जिसमें कहा गया कि उसने पांच लाख रुपये की राशि कंस्ट्रक्शन के काम में खर्च कर दी। एसीबी ने रिपोर्ट में कहा है कि पंकुश ने भले ही उन्हें रिमांड के दौरान ज्यादा सहयोग नहीं किया, लेकिन जांच में यह सबूत मिले हैं कि आरोपित पंकुश सुनेजा और डी.सुरेश के बीच काफी वित्तीय लेनदेन रहा है। एसीबी को अभी तक सरकार से सुरेश को जांच में शामिल करने की अनुमति नहीं मिली है। दूसरी तरफ सुरेश ने हाई कोर्ट में दायर याचिका पर अगली सुनवाई 17 जुलाई को होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील