हिसार: मनुष्य शरीर देवताओं के लिए भी दुर्लभ : संतोषी माता

 


आद्य शक्ति पीठ मां संतोषी आश्रम में भक्ति योग पर दिव्य आध्यात्मिक प्रवचनों का शुभारंभ

हिसार, 7 दिसंबर (हि.स.)। महामंडलेश्वर संतोषी माता ने कहा है कि मनुष्य शरीर देवताओं के लिए भी दुर्लभ है, यह बड़े भाग्य से मिलता है। मनुष्य को सभी कर्म निष्काम भाव से करने चाहिएं, जिससे दुखों से छुटकारा मिल सके। महामंडलेश्वर संतोषी माता गुरुवार को मॉडल टाऊन स्थित श्री आद्य शक्ति पीठ मां संतोषी आश्रम में भक्ति योग पर दिव्य आध्यात्मिक प्रवचनों के शुभारंभ अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित कर रही थी।

उन्होंने बताया कि मनुष्य द्वारा कर्म तो किए ही जाने हैं और हर कर्म का फल भी होता है। इसलिए मनुष्य को सोच समझकर कामना रहित कर्म करने चाहिएं। उन्होंने समझाया कि कर्म केवल वही महान है जो भगवान से नाता जोडक़र किए जाएं। मनुष्य को सभी कर्म भगवान की प्रशन्नता के लिए करने चाहिएं ना कि संसार की प्रशन्नता के लिए। उन्होंने बताया कि भगवान का नाम लेने से उनका स्मरण करने से सभी पाप मिट जाते हैं। पाप ही दुखों का कारण है और जब कारण ही मिट जाएगा तो दुख कहां से आएंगे।

व्यास पीठ को सुशोभित करने पर पीठ कमेटी के प्रधान सीए गौतम अग्रवाल ने तिलक करके व माला अर्पण करके माता श्री का स्वागत किया और आशीर्वाद ग्रहण किया। समाजसेवी शांति देवी गर्ग, दयानंद जिंदल, संतोष नारंग, कृष्णा गुप्ता व रेणु कालड़ा ने भी माता श्री को माल्यार्पण करके आशीर्वाद लिया। सत्संग में राजमल काजल, आरपी गुप्ता, अनिल महता, रमेश चुघ, सुभाष बंसल, राकेश नारंग व मदन लाल गोयल सहित सैंकड़ों श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव