सिरसा: प्रधानमंत्री ने वंचितों व पिछड़ों उत्थान के लिए क्रियान्वित की योजनाएं: कृष्ण पाल गुर्जर

 








-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया पीएम सूरज पोर्टल लॉच, सीडीएलयू में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित

-लाभार्थियों ने सुना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव संबोधन

सिरसा, 13 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निरंतर वंचितों व पिछड़ों के हितों व उनके उत्थान के लिए योजनाएं क्रियान्वित की है। इसी कड़ी में वंचित वर्गों व पिछ़डे वर्गों के लिए सामाजिक उत्थान एवं रोजगार आधारित जनकल्याण सूरज पोर्टल लांच किया है। सूरज पोर्टल इन लोगों के उत्थान में मिल का पत्थर साबित होगी।

केंद्रीय बिजली एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर बुधवार को वंचित वर्गों के लिए आउटरिच कार्यक्रम के तहत सीडीएलयू में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि लाभार्थियों को संबोधित कर रहे थे। इससे दौरान उन्होंने सफाई कर्मियों को पीपीई किट व आयुष्मान कार्ड वितरित किए। लाभार्थियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को लाइव प्रसारण दिखाया गया। प्रधानमंत्री ने देशभर के विभिन्न राज्यों के हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम तथा हरियाणा पिछडें वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग कल्याण निगम के माध्यम से ऋण सहायता प्राप्त लाभार्थियों से संवाद किया। हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की मैनिजिंग डायरेक्टर गीता भारती ने मुख्यअतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर का स्वागत किया व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती ने मुख्यअतिथि को जिला में केंद्र की योजनाओं के क्रियांवयन की जानकारी दी।

केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा वंचितों व पिछड़ों के ध्यानार्थ योजनाओं को क्रियान्वित किया है। वंचित वर्गों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य के साथ सुगम ऋण के लिए एक परेशानी मुक्त और निर्बाध तंत्र सुनिश्चित करने के लिए और एकीकृत पोर्टल सूरज (सामाजिक उत्थान एवं रोजगार आधारित जनकल्याण) लॉन्च किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाशिए पर रहने वाले वर्गों को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तीन राष्ट्रीय निगमों की ऋण सहायता योजनाओं के तहत लगभग 660 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ 1 लाख से अधिक निगमों की रियायती ब्याज दरों पर दी जा रही ऋण सहायता के बारे में कई क्षेत्रीय भाषाओं में थोक एसएमएस संदेश भेजे जाएंगे। एसएमएस के बाद, लाभार्थियों को फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिससे वे अपना उद्यम शुरू कर सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/संजीव