सिरसा: गुरविंदर सिंह को मिलेगा पद्मश्री, तीन दशक से बेसहारों की सेवा कर रहे
सिरसा,26 जनवरी (हि.स.)। सिरसा में पिछले तीन दशकों से मानवता की सेवा कर रहे सिरसा के गुरविंदर सिंह को केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस पर पद्मश्री पुरस्कार देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सम्मानित करेंगी। गुरविंदर सिंह सिरसा जिला में भाई कन्हैया लाल के नाम से आश्रम चला रहे हैं। उन्होंने निशुल्क एम्बुलेंस सेवा भी सिरसा जिला में शुरू की हुई है।
वे अब तक गुरविंदर सिंह दुर्घटना में घायल हजारों लोगों की जान बचा चुके हैं। इसके अलावा वे बेसहारा महिलाओं,बच्चों व बुजुर्गों का सहारा भी बने हुए हैं। उनके आश्रम में 300 से ज्यादा बेसहारा लोग रह रहे हैं। गुरविंदर सिंह का कहना है कि उन्हें खुशी है कि सरकार उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजने जा रही है।
बता दें कि सिरसा के दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह बेघरों, निराश्रितों, महिलाओं, अनाथों और दिव्यांगजनों की भलाई के लिए काम करते हैं। उन्होंने बाल गोपाल धाम नामक बाल देखभाल संस्थान की स्थापना की और 300 बच्चों के सपनों को संजोया जा रहा है। सामाजिक कार्यों में उनके अटूट समर्पण और योगदान से प्रभावित होकर केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री देने का फैसला किया है। गुरविंदर सिंह ने मरीजों को दूध बांटने से मानव सेवा शुरू की थी।
उन्होंने सिरसा के नागरिक हॉस्पिटल में मरीजों को 250 ग्राम दूध बांटने से मानव सेवा की शुरुआत की थी। सिरसा जिले में कई रक्तदान कैंप लगाए गए। 29 दिसंबर 2006 को भाई कन्हैया मानव सेवा समिति का गठन और फिर विस्तार किया। यहां से उन्होंने नि:शुल्क एम्बुलेंस की सेवा की गई। वे दुर्घटना पीड़ितों और गर्भवती महिलाओं को निशुल्क एम्बुलेंस की सेवा भी प्रदान कर करते हैं। उनकी इसी मानवता सेवा को देखते हुए केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर उन्हें पद्म पुरस्कार देने की घोषणा की है।
हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/संजीव