यमुनानगर: अतिथि अध्यापकों के धरने से जगाधरी बस स्टैंड चौक छावनी में हुआ तब्दील

 
















-31 दिसंबर को पुलिस ने किया था अतिथि अध्यापकों पर लाठी चार्ज

-शाम तक जिला उपायुक्त से प्रतिनिधि मंडल की बातचीत रही जारी

-खबर लिखे जाने तक अतिथि अध्यापकों का धरना रहा जारी

यमुनानगर, 10 जनवरी (हि.स.)। नियमित करने की मांग को लेकर प्रदेश भर से हजारों की संख्या में पहुंचे राजकीय अतिथि अध्यापकों ने जगाधरी अनाज मंडी में अपने धरना प्रर्दशन स्थल से 11वें दिन बुधवार शाम को तीन बजे प्रदर्शन करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने के लिए अधिकार रैली निकाली।

इस दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस बल की कई टुकड़ियां भी रैली के साथ में चली। जगाधरी बस स्टैंड पर पुलिस ने इन्हें आगे जाने से रोक दिया। जिस पर अतिथि अध्यापक ने वहीं पर धरना दे दिया। जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ- साथ मौके पर वाटर कैनन और आंसू गैस छोड़ने वाली गाड़ियों को भी लगा दिया। जिला उपायुक्त के बुलावे पर शाम को अतिथि अध्यापकों का एक प्रतिनिधि मंडल बातचीत के लिए मिलने पहुंचा।

गौरतलब है कि अपनी नियमित करने की मांग को लेकर 31 दिसम्बर को शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे अतिथि अध्यापकों पर जगाधरी में पुलिस ने लाठी चार्ज किया था। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री सहित 15 से अधिक अध्यापक घायल हो गए थे। प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री का कहना है कि भाजपा सरकार ने हमारे साथ वायदा खिलाफी की है। भाजपा सरकार में 2014 में सत्ता में आने से पहले दिल्ली में चल रहे हमारे धरने पर आकर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामबिलास शर्मा और अनिल विज ने शपथ पत्र देकर वायदा किया था और फिर उसके बाद अपने चुनावी घोषणा पत्र में पहली कलम से पक्का करने का भी वायदा किया था।

उन्होंने कहा कि पिछले 18 सालों से अतिथि अध्यापक सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे है। पिछले साढ़े 3 महीनों से सीएम सिटी करनाल में भी अनिश्चितकालीन धरना जारी है। उन्होंने कहा कि हम मर जाएंगे पर पीछे नहीं हटेंगे और हर हाल में नियमित होकर रहेंगे। इस मौके पर हजारों की संख्या में अतिथि अध्यापकों ने तख्तियां और बैनर लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। खबर लिखे जाने तक अतिथि अध्यापक धरने पर डटे रहें।

हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/संजीव