जैविक हथियारों के दौर में हवन बन सकता सुरक्षा कवच : हरिओम जी महाराज

 


मंगाली के दादी गौरी मंदिर में चल रहे महायज्ञ की समापन दिवस आरती में उमड़े श्रद्धालु

जन कल्याण और नलवा का विकास ही मेरा लक्ष्य : वीरेंद्र चौधरी

हिसार, 25 अक्टूबर (हि.स.)। विश्व में जैविक हथियारों का चलन बढऩे के साथ ही मानव जाति पर बहुत बड़ा खतरा पैदा हो गया है। कोरोना महामारी इसका ताजा उदाहरण है। जैविक हथियारों के इस दौर में केवल हवन ही हमारा सुरक्षा कवच बन सकता है, क्योंकि यह बात प्रमाणित हो चुकी है कि हवन से निकलने वाला धुआं हवा में फैले विषैले जीवाणुओं को नष्ट करने में सक्षम है। यह बात नीलकंठ से पहुंचे जगतगुरु त्रिपुरा पीठाधीश्वर चक्रवर्ती यज्ञ सम्राट श्रीश्री 1008 श्री हरिओम जी महाराज ने मंगाली के दादी गौरी मंदिर में चल रहे शिव-शक्ति महायज्ञ के समापन दिवस पर आरती में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि महायज्ञ के मुख्य सेवक बधाई के पात्र हैं कि इन्होंने नलवा क्षेत्र में यह आयोजन करवा कर यज्ञ के लिए अलख जगा दी है। इससे साबित होता है वीरेंद्र को अपने इलाके के लोगों की सुरक्षा और उत्थान की बहुत चिंता है। हरिओम जी महाराज ने मंगाली के लोगों को संकल्प भी दिलवाया की वे हर पूर्णिमा को अपने-अपने घरों में हवन जरूर करेंगे। समापन अवसर पर मुख्य सेवक एवं जननायक जनता पार्टी के नेता वीरेंद्र चौधरी ने सबसे पहले सफल व भव्य आयोजन में सहयोग के लिए मंगाली की पांचों पंचायतों, दादी गौरी मंदिर समिति, युवा मंडल सहित आसपास की पंचायतों व सभी ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया। वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि जब इस आयोजन को करवाने की बातचीत चल रही थी तो उन्होंने महाराज जी से यही कहा था कि अगर जन कल्याण होगा तो वे अवश्य ही नलवा विधानसभा क्षेत्र में महायज्ञ करवाएंगे। वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि मंगाली व आसपास क्षेत्र के हजारों लोगों ने किसी न किसी रूप में महायज्ञ में भाग लिया है और सकारात्मक ऊर्जा ग्रहण की। समापन अवसर पर मंगाली की विभिन्न मंदिर समितियों व सामाजिक संगठनों ने गांव में ऐसा आलौकिक आयोजन करवाने के लिए हरिओम जी महाराज व मुख्य सेवक वीरेंद्र चौधरी को पटके, माला आदि पहना कर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव