हिसार: एचएयू में बेरोजगार छात्रों, किसानों, महिलाओं व उद्यमियों के लिए सुनहरा अवसर

 


एक आइडिया कारोबार स्थापित करने के लिए दिला सकता 4 से 25 लाख रुपये : कुलपति कम्बोज

व्यापार शुरू करने के लिए महिलाओं व छात्रों के लिए विशेष प्रावधान

हिसार, 3 जुलाई (हि.स.)। अगर आपके पास कोई कृषि व कृषि से संबंधित बिजनेस करने का आइडिया है, तो आपको हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से स्थापित एग्रीबिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर (एबिक) के माध्यम से 25 लाख रूपये तक की अनुदान राशि दिला सकता है। यह अनुदान राशि एक प्रक्रिया के तहत एचएयू स्थित एबिक के माध्यम से दी जाएगी। इसके लिए केवल हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय वेबसाइट www.hau.ac.in पर 10 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना है।

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने बुधवार को बताया कि इस सेंटर के माध्यम से युवा छात्र, किसान, महिला व उद्यमी मार्केटिंग, नेटवर्किंग, लाईसेंसिंग, ट्रेडउमार्क व पेटेंट, तकनीकी व फंडिग से संबंधित प्रशिक्षण लेकर कृषि क्षेत्र में अपने स्टार्टअप को नया आयाम दे सकते हैं। इसके लिए छात्र कल्याण प्रोग्राम, ‘पहल’ एवं ‘सफल’-2024 नाम से तीन प्रोग्रामों का विवरण है। यह प्रोग्राम छात्रों के लिए पहली बार प्रारंभ किया गया है जो छात्रों को उद्यमी बनाने में मदद करेगा। इस प्रोग्राम के तहत केवल छात्र ही आवेदन कर सकते हैं चयनित छात्र को एक महीने का प्रशिक्षण व चार लाख तक की अनुदान राशि प्रावधान की जाएगी। यह राशि चयनित छात्र को एकमुश्त दी जाएगी। इस प्रोग्राम के तहत चयनित उम्मीदवार को एक महीने का प्रशिक्षण व पांच लाख तक की अनुदान राशि प्रावधान की जाएगी। यह राशि चयनित उम्मीदवार को एकमुश्त दी जाएगी।

इस प्रोग्राम के तहत चयनित उम्मीदवार को एक महीने का प्रशिक्षण व 25 लाख तक की अनुदान राशि प्रावधान की जाएगी। यह राशि चयनित उम्मीदवार को दो किश्तों में दी जाएगी। आवेदक को अपने आइडिया का प्रपोजल एचएयू की वेबसाइट www.hau.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन करना है जो कि निशुल्क है। इसके बाद उस आइडिया का यूनिवर्सिटी वैज्ञानिक व इंक्युबेशन कमेटी द्वारा एक महीने के प्रशिक्षण के लिए चयन किया जाएगा। एक महीने के प्रशिक्षण के बाद भारत सरकार द्वारा गठित कमेटी आवेदक के आइडिया को प्रस्तुत करवाएगी और चयनित आवेदक को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा अनुदान राशि स्वीकृत की जाएगी। इस अवसर पर अनुसंधान निदेशक डॉ. एसके पाहुजा, ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, प्रिंसीपल इन्वेस्टीगेटर डॉ. राजेश गेरा, मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य, एबिक के बिजनेस मैनेजर विक्रम सिंधु व राहुल दुहन मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव