स्मार्ट सिटी में घोटाले के आरोपों पर भड़के मुख्यमंत्री, बोले- शिकायत पर होगी जांच

 


स्मार्ट सिटी परियोजना में फरीदाबाद में 822 करोड़ और करनाल में 737 करोड़ हो चुके खर्च

चंडीगढ़, 27 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक शमशेर गोगी के स्मार्ट सिटी के निर्माण में घोटाले संबंधी आरोप लगाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल भड़क गए और उन्होंने विधायक के आरोपों को खारिज कर दिया। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि अगर किसी के पास स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में घोटाले के प्रमाण हैं तो वह शिकायत करें, सरकार इसकी जांच करवाने के लिए तैयार है।

विधायक शमशेर गोगी ने स्मार्ट सिटी फरीदाबाद और करनाल में विकास कार्यों में धांधली के आरोप लगाए। उन्होंने जब करनाल में अधिकांश विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने गोगी को आड़े हाथों लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी भी मामले में भ्रष्टाचार की शिकायत है तो लिखित में शिकायत करें। सरकार हर मामले की जांच करवाएगी। जांच में अगर कोई दोषी निकला तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। करनाल में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। जितने भी विकास कार्य हुए हैं, वे नियमों के तहत करवाए हैं। स्मार्ट सिटी के विकास के लिए नियम और राशि तय है। इसमें केंद्र सरकार का भी शेयर है और हरियाणा सरकार का योगदान भी शामिल है।

गोगी ने मुख्यमंत्री की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि वे भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत करेंगे। बशर्त, सरकार यह तय करे कि उन पर तुरंत जांच करवाएगी।

गोगी के सवाल के जवाब में निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने सदन में आंकड़े रखते हुए बताया कि वर्ष 2015 से वर्ष 2024 तक फरीदाबाद स्मार्ट सिटी के लिए अभी तक 833 करोड़ रुपये दिए हैं। इनमें से 822 करोड़ 84 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। वहीं करनाल स्मार्ट सिटी के लिए मंजूर हुए कुल 759 करोड़ 50 लाख रुपये में से 737 करोड़ 44 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन पैसों में केंद्र का शेयर और हरियाणा का फंड भी शामिल है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील