बेसहारा पशुओं से होने वाली दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा: मनोहर लाल

 


दयालु-II योजना में विभिन्न आयु वर्ग को पांच लाख रुपये तक दी जाएगी वित्तीय सहायता

चंडीगढ़, 22 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में कहा कि प्रदेश में बेसहारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में नागरिकों की मौत होने या दिव्यांग होने के मामले में उनके परिजनों को वित्तीय सहायता दी जाएगी।

यह वित्तीय सहायता राज्य सरकार दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना (दयालु-II) के तहत दी जाएगी। इस योजना के तहत विभिन्न आयु वर्ग के अनुसार एक लाख रुपये से पांच लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।

मुख्यमंत्री ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि 9 नवंबर 2023 को जारी अधिसूचना के अनुसार प्रदेश में आवारा पशु व कुत्ता आदि के काटने से हुई निवासियों की आकस्मिक मौत या स्थायी विकलांगता के मामले में उन्हें वित्तीय सहायता देने के लिए दयालु-II योजना लागू की गई। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 12 साल की आयु तक 1 लाख रुपये, 12 वर्ष से 18 वर्ष तक की आयु के लिए 2 लाख रुपये, 18 वर्ष से 25 वर्ष आयु तक के लिए 3 लाख रुपये, 25 वर्ष से 40 वर्ष आयु तक के लिए 5 लाख रुपये और 40 वर्ष आयु वर्ग से अधिक के नागरिकों को 2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है।

पशुपालक प्रीमियम बढ़ाएंगे तो मिल सकेगी पशुओं की पूरी कीमत

हरियाणा में पशुपालकों के लिए चलाई जा रही पशु बीमा योजना में सरकार बदलाव को तैयार है। वर्तमान में मामूली प्रीमियम लेकर पशुपालकों के पशुओं को बीमा सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। पशुओं की कीमत के मुकाबले मुआवजा राशि काफी कम है। आदमपुर विधायक भव्य बिश्नोई ने पशु की कीमत के हिसाब से मुआवजा देने की मांग उठाई।

पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा, अगर पशुपालक कीमत के हिसाब से प्रीमियम का शेयर देने को राजी होंगे तो सरकार इसके नई योजना बनाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि विभाग इस पर काम करेगा। पशुपालकों के साथ बात भी की जाएगी। प्रदेश में वेटरनरी सर्जनों की कमी पर उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया चल रही है। पशुओं को घर द्वार पर उपचार सुविधा के लिए सरकार ने 70 एम्बुलेंस मोबाइल वैन खरीदी हैं। इन्हें 25 फरवरी से सड़कों पर उतारा जाएगा।

भव्य बिश्नोई ने कहा कि वर्तमान में 15 से 20 गांवों पर डॉक्टर उपलब्ध है। उन्होंेने कहा कि पशु अस्पतालों में दवाइयों व उपकरणों की कमी है। जेपी दलाल ने कहा कि सरकार ने दवाइयों व उपकरणों की खरीद के लिए 100 करोड़ रुपये देने का फैसला लिया है। वीएलडीए की भर्ती भी की है। उन्होंने कहा कि भेड़-बकरी पालकों के लिए भी सरकार ने बीमा योजना शुरू की हुई है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील