हरियाणा : एक लाख विद्यार्थियों ने दी सड़क सुरक्षा परीक्षा

 


परीक्षा इंजीनियरिंग,एजुकेशन, एन्फोर्समेंट, एमपैथी व एमरजेंसी केयर पर थी केंद्रित

चंडीगढ़, 27 अक्टूबर (हि.स.)। सड़क सुरक्षा संबंधी पांच ‘ई‘ यानी इंजीनियरिंग, एमपैथी, एजुकेशन, एन्फोर्समेंट तथा एमरजेंसी केयर के मंत्र के साथ प्रदेशभर के विद्यालयों व महाविद्यालयों में शुक्रवार को दूसरे चरण की खंड स्तरीय सड़क सुरक्षा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में 1 लाख 972 विद्यार्थियों ने भागीदारी की।

प्रदेश में अलग-अलग स्थान पर आयोजित इस प्रतियोगिता में संबंधित जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के निर्देश पर इस प्रतियोगिता को लेकर प्रदेशभर के जिलों में पुलिस विभाग के नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। विद्यार्थियों की शैक्षणिक योग्यता तथा आयु अनुसार उन्हें अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया गया था। इस प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों से ऐसे प्रश्न पूछे गए ताकि विद्यार्थी सडक़ सुरक्षा का महत्व समझें और समय आने पर अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए निर्णय लें।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान के शुरू होने से पहले विद्यार्थियों को सडक़ सुरक्षा के नियमों संबंधी पाठ्य सामग्री उपलब्ध नही करवाई जाती है। सडक़ सुरक्षा के अभियान को आगे बढ़ाते हुए परिवहन विभाग में प्रधान सचिव के पद पर रहते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने सडक़ सुरक्षा नीधि के माध्यम से सभी शैक्षणिक संस्थाओं में पुलिस कैडेट कोर तथा चालक प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई ताकि सडक़ सुरक्षा की परिकल्पना को धरातल स्तर पर मूर्त रूप दिया जा सके।

इसके अलावा सडक़ सुरक्षा को लेकर कई अन्य महत्वपूर्ण कार्य किए गए। आवश्यकता अनुरूप रोड़ इंजीनियरिंग अर्थात सडक़ अभियांत्रिकी में सुधार करते हुए संबंधित विभाग की जवाब देही सुनिश्चित की गई। सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयो में सडक़ सुरक्षा , ज्ञान केंद्र तथा रोड सेफ्टी क्लबो की स्थापना करते हुए इनका संचालन किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील