कुम्हार समाज ने मांगा राजनीतिक प्रतिनिधित्व
जातिगत वोटों के आधार पर हिसार से ठोकी ताल
चंडीगढ़, 1 अप्रैल (हि.स.)। हरियाणा के प्रजापति समाज ने लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों से प्रतिनिधित्व की मांग की है। साथ ही समाज ने राजनीतिक दलों को चेताया है कि यदि उन्हें राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया तो निर्दलीय तौर पर चुनाव मैदान में उतरने वाले अति पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों का समर्थन किया जाएगा।
सोमवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रजापति कुम्हार धर्मशाला के प्रधान दर्शन लाडवा, बीपीएचओ लीगल सेल के प्रदेश संयोजक एडवोकेट शौकीन वर्मा और बीपीएचओ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश गोहाना ने संयुक्त तौर पर समाज को हिसार लोकसभा की टिकट देने की पैरवी की। दर्शन लाडवा ने कहा कि भाजपा ने टिकटों की घोषणा कर दी है, जिसमें किसी भी सीट से पिछड़ा वर्ग को उम्मीदवार नहीं बनाया है। उनकी कांग्रेस से मांग है कि हिसार लोकसभा से जातिगत वोटबैंक के आधार पर पिछड़ा वर्ग-ए को उम्मीदवार बनाया जाए।
प्रजापति कुम्हार धर्मशाला के प्रधान दर्शन लाडवा ने कहा कि राजनीतिक दलों ने पिछड़ वर्ग (बीसी-ए) की अनदेखी की है। बीसी-ए का अच्छा खासा वोटबैंक है, जिसे राजनीतिक दल अपने फायदों के हिसाब से प्रयोग करते हैं। लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने बीसी-ए से कोई उम्मीदवार नहीं घोषित किया है। भाजपा सभी 10 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। उन्होंने राष्ट्रीय दल कांग्रेस से मांग है कि हिसार लोकसभा से बीसी-ए वर्ग से उम्मीदवार बनाया जाए।
एडवोकेट शौकीन वर्मा ने बताया कि हिसार लोकसभा सीट पर कुम्हार समाज की तकरीबन 2.70 लाख वोट हैं और पिछड़ा वर्ग की वोटों को मिलाकर यह आंकड़ा पांच लाख के पार पहुंच जाता है। वहीं एससी समाज की भी तकरीबन 2.87 लाख वोट हैं। हिसार लोकसभा के तीन हलकों, जिनमें बरवाला, नलवा और आदमपुर में प्रजापति समाज का अच्छा खासा प्रभाव है। लिहाजा इन आंकड़ों को देखते हुए कांग्रेस से मांग है कि हिसार से पिछड़ा वर्ग से उम्मीदवार बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हिसार लोकसभा क्षेत्र के बरवाला हलके से बीसी वर्ग से जय नारायण वर्मा, प्रो. परमानंद आर्य और रामनिवास घोड़ेला विधायक रहे हैं तथा वर्तमान में नलवा से विधायक बनने के बाद सरकार में डिप्टी स्पीकर बने रणबीर सिंह गंगवा हैं।
समाज के लोगों ने मांग कि हिसार से कुम्हार समाज की सुनीता शिल्पा वर्मा को उम्मीदवार बनाया जाए, क्योंकि वे पिछले 20 सालों से वे कांग्रेस से जुड़ी हुई हैं। समाज की ओर से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को पत्र लिखकर भी मांग की जा चुकी है। बीपीएचओ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश गोहाना ने कहा कि आज तक किसी पार्टी ने भी बीसी-ए को टिकट देकर हरियाणा में एमपी उम्मीदवार नहीं बनाया है। प्रदेश भर में काफी वोट होने के बावजूद भी समाज की अनदेखी की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील