दिल्ली के कर्तव्य पथ पर समृद्ध और विकसित हरियाणा की दिखी नई पहचान
-राखी गढ़ी की सभ्यता, मेट्रो, उद्योग, डिजिटल हरियाणा को किया गया पेश
-संस्कृति, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, औद्योगीकरण में आधुनिकता का दिया संदेश
चंडीगढ़, 26 जनवरी (हि.स.)। योजनाओं को क्रांतिकारी रूप से जमीनी स्तर पर लागू कर समृद्ध व विकसित प्रदेश बनने की हरियाणा की नई पहचान शुक्रवार को दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में दिखी। कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान झांकी से हरियाणा में हुए बदलाव के बहुआयामी प्रयासों को दिखाया गया है। ‘मेरा परिवार मेरी पहचान’ के थीम पर बनाई गई झांकी में हर परिवार का डाटा एकत्रित कर सरकारी योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचाने, प्रदेश में डिजिटलाइजेशन से हो रहे बदलावों का देश व दुनिया के सामने सजीव चित्रण किया गया।
विकसित हरियाणा की तस्वीर को प्रदर्शित कर रही झांकी ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया और संदेश दिया कि हरियाणा आज औद्योगिक निवेश के लिए पहली पसंद बना हुआ है। इस बार भारत सरकार ने झांकियों के लिए दो थीम सुझाए थे। ‘विकसित भारत’ और ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’। हरियाणा की विकसित प्रदेश को दर्शाती झांकी भारत सरकार के थीम से मेल खा रही थी।
राज्य सरकार ने प्रदेश में ‘मेरा परिवार मेरी पहचान’ नामक योजना लागू करके पात्र परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ बिना सरकारी कार्यालयों में गए उपलब्ध डाटा के आधार पर ही उनके घर द्वार पर पहुंचाना सुनिश्चित किया है। घर बैठे ही योजनाओं का लाभ देने की इस अनूठी योजना को झांकी के माध्यम से देश के समक्ष रखा गया है। परिवार पहचान पत्र में दर्ज डाटा के हिसाब से पात्र परिवारों को राशन वितरण, पेंशन, वृद्धावस्था सम्मान भत्ता, आयुष्मान भारत योजना, छात्रवृति, सब्सिडी आदि का लाभ आसानी से मिल पा रहा है।
झांकी में हरियाणा में विकास की दिशा में तेजी से हुए बदलाव को भी दिखाया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ते हुए उन्हें सरकारी स्कूलों में पढ़ने के दौरान टेबलेट भी दिए गए ताकि उनकी पढ़ाई को ऑनलाइन भी जारी रखा जा सके। राज्य सरकार ने अपने महत्वाकांक्षी ई-अधिगम कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलों में 10वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले पांच लाख से अधिक विद्यार्थियों को निशुल्क टैबलेट वितरित कर रिकॉर्ड कायम किया है।
झांकी में हिसार के राखीगढ़ी में की जा रही खुदाई को दर्शाया गया है, जहां पर सिन्धु घाटी सभ्यता तथा हड़प्पा पूर्व की सभ्यता के अवशेष मिले हैं, जो हमारी पुरानी सभ्यता को दर्शाते हैं। देश के समक्ष हरियाणा में मजबूत हुए इंफ्रास्ट्रक्चर को दर्शाया गया है, जिसमें मुख्य रूप से मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, बेहतर सड़क तंत्र विशेषकर हाईवे का जाल बिछाने व औद्योगिक रूप से तेजी से आगे बढ़ रहे कदम शामिल हैं। प्रदेश के अर्बन डेवलपमेंट के अनूठे मॉडल को भी दर्शाया गया। इसके अलावा प्रदेश में बने इंडस्ट्रियल फ्रेंडली माहौल की वजह से बढ़ रहे औद्योगीकरण को भी दिखाया गया।
झांकी में इंटरनेशनल सोलर अलायंस के हरियाणा में स्थापित मुख्यालय को दर्शाया गया। यह मुख्यालय गुरुग्राम जिला के गांव ग्वाल पहाड़ी के निकट बनाया गया है। हरियाणा की झांकी के साथ दोनों तरफ हरियाणवी पारम्परिक वेशभूषा में नारी शक्ति हरियाणवी नृत्य करती नजर आई। इस दौरान हरियाणवी बोली में जय हरियाणा-विकसित हरियाणा का गीत सुनाई दिया।
हरियाणा की झांकी को लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस परेड में स्थान मिला है। गत वर्ष हरियाणा ने गणतंत्र दिवस पर 'अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव' की थीम पर झांकी तैयार की थी, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप दिखाया गया था जबकि इससे पहले हरियाणा खेलों में अपनी उपलब्धि को लेकर झांकी प्रदर्शित कर चुका है।
हिन्दुस्थान समाचार/ संजीव/चंद्र प्रकाश