एससी-बीसी धर्मशालाओं के नवीनीकरण के लिए जारी होंगे 100 करोड़: नायब सिंह

 


सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति का बैकलॉग जल्द होगा पूरा

दुष्प्रचार व अफवाहों से अनुसूचित जाति समाज को बचाते हुए आगे बढ़े

चंडीगढ़, 9 जून (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने घोषणा की कि प्रदेश में स्थापित अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग की सभी धर्मशालाओं के नवीनीकरण व सुधारीकरण के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने कार्यकाल में सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति के बैकलॉग को खत्म करने का काम किया है और अगर कहीं कमी रह गई है तो जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री रविवार को उनका अभिवादन करने आए अनुसूचित जाति समाज के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जैसे ही अनुसूचित जाति समाज के लोगों ने पगड़ी पहनकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया, जिंदाबाद के नारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। नायब सिंह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अगर कोई दिक्कत या परेशानी है तो वह किसी भी समय संत कबीर कुटीर में आकर अपनी समस्या बता सकता है। उनकी समस्या के समाधान के लिए तुरंत प्रभाव से कार्य किया जाएगा। किसी के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जायेगा।

उन्होंने कहा कि भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की सोच गरीब से गरीब व्यक्ति को मजबूत करना और उनके अधिकारों का संरक्षण करने की थी। इसी प्रकार महात्मा ज्योतिबा फुले ने अपना पूरा जीवन गरीब व्यक्ति के उत्थान में लगा दिया। अगर यह दोनों महापुरुष ना होते तो गरीब को उसके अधिकार ही नहीं मिलते। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार कुरुक्षेत्र में गुरु रविदास का धाम विकसित करेगी। यहां उनकी शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार होगा और आने वाली पीढ़ियों को इसका लाभ मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 सालों में हमारी सांस्कृतिक विरासत मजबूती के साथ आगे बढ़ी है और देश में अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को भी मजबूती से आगे बढ़ाने का काम किया गया है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी और गठबंधन द्वारा संविधान और आरक्षण को लेकर दुष्प्रचार किया गया। बाबा भीमराव अम्बेडकर ने पवित्र संविधान भारत को दिया और इसी संविधान के अनुरूप आज हमारा देश चल रहा है। उन्होंने कहा कि वह लोग पवित्र संविधान को मंच पर दिखाकर दुष्प्रचार करते थे, जिन्होंने कभी संविधान को सम्मान ही नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के समय में बाबा साहेब ने कहा था कि धारा 370 को संविधान में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा करना सरासर संविधान का अपमान है।

इससे पहले राज्यसभा सांसद कृष्ण पंवार ने कहा कि अभी हाल ही में लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जाति समाज के लोगों को गुमराह करने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी संतों महापुरुषों और गुरुओं को सम्मान दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील