दस दिन में स्कूल बसों की फिटनेस और मानकों का निरीक्षण करें अधिकारी: मुख्य सचिव
नारनौल हादसे के बाद मुख्य सचिव की अधिकारियों को फटकार
चंडीगढ़, 12 अप्रैल (हि.स.)। हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने नागरिक और पुलिस प्रशासन को अगले 10 दिन में प्रत्येक स्कूल बस और उनके फिटनेस मानक का निरीक्षण करने के कड़े निर्देश दिए है।
मुख्य सचिव ने नारनौल में हुए सड़क हादसे के बाद शुक्रवार को चंडीगढ़ में आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। स्कूलों में सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस बैठक में डिवीज़नल कमिश्नर, उपायुक्त, रेंज एडीजीपी, सीपी और जिला एसपी शामिल थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करने के लिए स्कूल अपनी अनफिट बसों को हटाए और प्रशिक्षित ड्राइवरों को नियुक्त करें। यदि कोई स्कूल निर्देशों का पालन करने में विफल रहता है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त और अनुकरणीय कार्रवाई की जाए।
टीवीएसएन प्रसाद ने कहा कि सुरक्षा उद्देश्यों के लिए संबंधित विभागों की कई नीतियां और दिशानिर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। हालांकि, इन उपायों का प्रभावी कार्यान्वयन फील्ड अधिकारियों पर निर्भर है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होने पर वरिष्ठ स्तर पर भी निर्णायक एवं अभूतपूर्व कार्रवाई की जाएगी।
प्रसाद ने कहा कि सभी अधिकारियों को स्कूल प्रबंधन द्वारा अनफिट स्कूल बसों को नई बसों से बदलना सुनिश्चित करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्हें स्क्रीनिंग करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रशिक्षित ड्राइवर कार्यरत हैं। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा जारी किए गए सुरक्षा दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए समस्त स्कूल प्रणाली में एक स्पष्ट संदेश भेजने के लिए प्रभावशाली स्कूल प्रबंधनों की कड़ी निगरानी को प्राथमिकता देने के भी निर्देश दिए।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा, डॉ. जी अनुपमा ने मुख्य सचिव को अवगत करवाया कि इस मामले में तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके अलावा, महेंद्रगढ़ जिला नगर आयुक्त द्वारा पहले ही स्कूल प्रबंधन को टेकओवर किया जा चुका है।
परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव नवदीप सिंह विर्क ने मुख्य सचिव को मौजूदा सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के बारे में जानकारी दी, जो स्कूली बच्चों के सुरक्षित परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है और समय-समय पर जिला प्रशासन द्वारा निगरानी की जाती है।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील