हरियाणा में ई-संजीवनी ओपीडी की सेवाएं 24 घंटे कराई जा रही हैं उपलब्ध: मनोहर लाल

 


-सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज बनने से मेडिकल कॉलेजों की संख्या होगी 25 : मुख्यमंत्री

चंडीगढ़, 23 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में ई-संजीवनी ओपीडी की सेवाएं 16 अगस्त 2021 से 24 घंटे उपलब्ध कराई जा रही हैं। ई-संजीवनी ओपीडी के माध्यम से 1 लाख 2 हजार परामर्श दिए गए हैं। ई-संजीवनी इस बात का प्रमाण है कि भारत में डिजिटल स्वास्थ्य का युग आ चुका है।

मुख्यमंत्री सोमवार को यहां सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ई-संजीवनी स्वास्थ्य सेवा के लाभार्थियों से सीधा संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए टेलीपरामर्श को व्यापक और सशक्त बनाया है। प्रदेश के हर जिला सिविल अस्पताल में एक-एक अर्थात 22 टेलीकंसल्टेशन हब स्थापित किये गये हैं। इससे भी एक कदम और आगे बढ़कर पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ की साझेदारी में एक स्पेशलिस्ट हब और एक सुपर स्पेशलिस्ट हब शुरू किये गये हैं।

इनके माध्यम से स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और उप स्वास्थ्य केन्द्रों का सीधा सम्पर्क संभव हो सका है। इस टेली- परामर्श सेवा को राज्य के सभी जिलों से जोड़ा गया है। इसके माध्यम से अब तक लगभग 2 लाख 50 हजार टेली- परामर्श प्राप्त हो चुके हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि इनमें से 50 प्रतिशत परामर्श पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के विशेषज्ञ हब के डॉक्टरों से मिले हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजना के तहत 228 प्रकार के ऑप्रेशन, 70 प्रकार के टेस्ट और 21 प्रकार की दंत चिकित्सा मुफ्त की जाती हैं। साथ ही, 500 दवाइयां भी मुफ्त दी जाती हैं। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां हैपेटाइटिस सी व बी की दवाइयां मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में सत्ता संभालने के बाद हमने पाया कि जनसंख्या के अनुसार डॉक्टर्स की संख्या बहुत कम है। इसलिए हमने मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया। वर्ष 2014 में 6 मेडिकल कॉलेज थे और एमबीबीएस की 700 सीटें थी। सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही हैं। आज बहुत से मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं, जिससे एमबीबीएस की सीटें लगभग 1900 हो चुकी हैं। अभी जितने मेडिकल कॉलेज पाइपलाइन में हैं, उनके बनने से मेडिकल कॉलेजों की संख्या 25 हो जाएगी। परिणामस्वरूप एमबीबीएस की 3500 सीटें उपलब्ध होंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में हरियाणा सरकार ने कई कदम उठाए हैं। हमने प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना का विस्तार करते हुए चिरायु आयुष्मान योजना शुरू की है। इसमें 1 लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को 5 लाख रुपये वार्षिक का स्वास्थ्य कवर मिल रहा है। अब इसमें 3 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवार भी शामिल किये गए हैं। इससे लगभग 8 लाख और परिवार कवर हो जाएंगे। इन परिवारों को स्वास्थ्य बीमा के रूप में मात्र 1500 रुपये वार्षिक जमा करवाने होंगे। इससे 8 लाख नये परिवार योजना में जुड़ेंगे। इस प्रकार, अब इस योजना के तहत हरियाणा में कुल 37 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा। अब तक प्रदेश में 86 लाख चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं। इस योजना में प्रदेश में 8 लाख 50 हजार मरीजों के ईलाज के लिए 1088 करोड़ रुपये के क्लेम दिये जा चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/वीरेन्द्र