किसानों से वापस होंगे आबियाना वसूली के नोटिस

 


10 नई फसलाें काे एमएसपी पर खरीदने की मंजूरी

चंडीगढ़, 5 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा सरकार ने किसानों को एक और बड़ी राहत देते हुए आबियाना वसूली के नोटिस भी वापस लेने का फैसला किया है। आबियाना माफी योजना को एक अप्रैल से लागू करने का फैसला लिया गया है। सोमवार को चंडीगढ़ में मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इस संबंध में रविवार को कुरुक्षेत्र में हुई रैली के दौरान मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था। कुरुक्षेत्र रैली में की गई घोषणाओं के संबंध में अधिकारियों ने आज मंत्रिमंडल की बैठक में विस्तृत रिपोर्ट पेश की, जिसमें मामूली बदलाव के बाद मंत्रिमंडल ने मंजूरी प्रदान कर दी।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बताया कि हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में करीब 24 फसलों की पैदावार होती है। अभी तक सरकार दस फसलों को एमएसपी पर खरीद रही थी। अब इसमें रागी,सोयाबीन, नाइजर सीड, काला तिल, जूट, जौ, मक्का, ज्वार, खोपरा, मूंग आदि समेत दस फसलों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा। उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में आबियाना माफी की घोषणा की गई थी। आज इसमें कुछ और विषयों को जोड़कर कैबिनेट की मंजूरी दी गई है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में आबियाना माफी योजना एक अप्रैल से लागू मानी जाएगी। इस बीच जिन किसानों को आबियाना वसूली के नोटिस जारी किए गए हैं, उनसे नोटिस वापस लिये जाएंगे। इस संबंध में अधिकारियों को मंगलवार को निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। इसके अलावा जो किसान एक अप्रैल 2024 के बाद आबियाना राशि जमा करवा चुके हैं उन्हें उनकी राशि लौटाई जाएगी। इससे किसानों को करीब 54 करोड़ रुपये की राहत मिलेगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंत्रिमंडल की बैठक में सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद को मंजूरी प्रदान करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब का बजट व क्षेत्रफल हरियाणा के मुकाबले बड़ा है। पंजाब भी आगे बढ़कर किसानों की मदद करते हुए फसलों को एमएसपी पर खरीदने का फैसला करे। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि हरियाणा में किसानों को भड़काने वाले कांग्रेसी बताएं कि हिमाचल प्रदेश व केरल में कितनी फसलों की खरीद एमएसपी पर की जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा / दधिबल यादव