गुरुग्राम: अस्थमा के प्रति जागरुकता के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की कार्यशाला
-सरकारी अस्पतालों में अस्थमा के उपचार की सुविधा उपलब्ध: सीएमओ
नूंह, 8 मई (हि.स.)। बुधवार को विश्व अस्थमा दिवस पर सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सीएमओ डा. विरेंद्र यादव ने शिरकत की। सीएमओ ने कहा है कि अस्थमा एक जानलेवा बीमारी है और सतर्कता से ही इस संक्रामक रोग से दूर रहा जा सकता है।
सीएमओ डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने अस्थमा की रोकथाम के लिए गुरुग्राम जिला में जागरुकता अभियान चलाया हुआ है। उन्होंने कहा कि दुनिया में करीब दो करोड़ 60 लाख श्वास की बीमारी से पीडि़त होते हैं। इनमें से हर साल 4.5 लाख मरीजों की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि फेफड़ों के आसपास छाती में जलन और जकडऩ से यह बीमारी पैदा होती है। जिसमें फेफड़े निरंतर कमजोर होते चले जाते हैं तथा मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। गुरुग्राम में विगत एक साल में दो हजार 866 अस्थमा पीडि़त मरीजों का ईलाज शुरू किया गया। इनकी जांच के लिए अस्पतालों में स्पीरोमीटर उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने बताया कि नर्सिंग स्टाफ की सहायता से नुक्कड़ नाटक और जनचेतना अभियान चलाकर लोगों को अस्थमा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा नागरिकों को स्वच्छ वातावरण में रहने व सही ढंग से सांस लेने की विधि के बारे में बताया जाता है। इस अवसर पर पीएमओ डा. जयमाला, डिप्टी सीएमओ डा. प्रिया शर्मा, डा. अनुज गर्ग, डा. मनीष राठी, डा. नवीन इत्यादि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव