गुरुग्राम: ठगी करने वालों को वर्चुअल नंबर देने वाले एयरटेल के दो कर्मचारी काबू
-पार्ट टाइम जॉब/इनवेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने वाले इंडोनेशियन व चाइनीज ठगों को देते थे वर्चुअल नंबर
-गुरुग्राम पुलिस और इंडियन साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर के जाइंट ऑपरेशन में आरोपियों को किया काबू
गुरुग्राम, 10 जनवरी (हि.स.)। पार्ट टाइम जॉब/इनवेस्टमेंट के नाम पर वाट्सअप/टेलीग्राम के माध्यम से लोगों के साथ ठगी करने वाले इंडोनेशियन व चाइनीज ठगों को वर्चुअल नंबर उपलब्ध कराने वाले एयरटेल कंपनी के दो कर्मचारियों को काबू किया गया। आरोपियों की पहचान नीरज वालिया निवासी टटीरी जिला बागपत (उत्तर-प्रदेश) व हेमंत शर्मा के रूप में हुई है। आरोपियों को थाना साईबर अपराध पूर्व गुरुग्राम की टीम ने गिरफ्तार किया।
प्रबंधक थाना साईबर पूर्व गुरुग्राम की पुलिस टीम और इंडियन साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर की संयुक्त टीम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर कार्यवाही की।
नौ जनवरी 2025 को एक व्यक्ति द्वारा थाना साइबर अपराध पूर्व गुरुग्राम में एक शिकायत देकर कहा गया कि उसके पास गुरुग्राम के लैंडलाइन नंबर से कॉल आई। जिसमें उसे पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया। उसको अलग-अलग होटल के रिव्यू डालने थे। उस टास्क को पूरा करते ही उसके बैंक खाते में 200 रुपए ट्रांसफर कर दिये गए। उसके बाद आरोपियों द्वारा पीडि़ता को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया गया। उसके बाद उसे टास्क देते हुए 2-3 बार छोटे-छोटे अमाउंट खाते में ट्रांसफर किए गए। फिर उससे इन टास्क के लिए इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर अलग-अलग करके पैसे ट्रांसफर कराये गए। उसके बाद इन पैसों को निकलने के लिए और ज्यादा पैसों की मांग की गई।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी नीरज एयरटेल कंपनी में साइट वेरिफिकेशन का काम करता है। आरोपी हेमंत उसका टीम लीडर है। हेमंत सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। एयरटेल कंपनी को इन नंबरों की एवज में प्रति माह करीब 8 से 10 लाख रुपए प्रति माह बिल के रूप में मिलते हैं। आरोपियों ने वारदात में प्रयोग किए गए लैंडलाइन नंबर/डीआईडी नंबर एकमदर्श सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम जारी किए थे। आरोपियों ने उस कंपनी की बताई गई साइट पर नहीं होने के बावजूद ट्राई के नियमों की अवहेलना करके कंपनी के नाम लैंडलाइन नंबर जारी कर दिया गया।
उस नंबर का प्रयोग करके आरोपियों के अन्य साथियों द्वारा लोगों के साथ टास्क बेस्ड इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी की गई। आरोपियों से पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपियों द्वारा फर्जी पता पर रजिस्टर्ड कंपनी एकमदर्श सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ऑपरेशनल मैनेजर के साथ मिलीभगत करके उपरोक्त लैंडलाइन नंबर/डीआईडी नंबर के अलावा और भी काफी नंबर एक इंडोनेशियन व्यक्ति को उपलब्ध कराये थे। आरोपियों के कब्जा से ठगी की वारदातों को अंजाम देने में प्रयोग किए गए दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा