गुुरुग्राम: राजकीय कन्या महाविद्यालय के सभागार में पीओ, एपीओ की प्रशिक्षण कार्यशाला
-जनरल ऑब्जर्वर नरेंद्र कुमार दुग्गा भी रहे मौजूद
गुरुग्राम, 14 सितंबर (हि.स.)।चुनाव की ड्यूटी को गर्व की अनुभूति के साथ करें। विश्व के सबसे विशाल लोकतंत्र में चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न करवाना हर एक अधिकारी या कर्मचारी की बड़ी उपलब्धि है। विधानसभा चुनाव में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों तथा अधिकारियों को जिला प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा। यह बात जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी निशांत कुमार यादव ने सेक्टर-14 स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय के सभागार में पीठासीन एवं वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों की प्रशिक्षण कार्यशाला में कही।
इस अवसर पर बादशाहपुर व गुडग़ांव विधानसभा क्षेत्र के जनरल ऑब्जर्वर नरेंद्र कुमार दुग्गा भी उपस्थित रहे। डीसी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया को टीम भावना से ही संपन्न करवाया जा सकता है। इसलिए पीठासीन अधिकारी अपने सैक्टर ऑफिसर, सुरक्षा कर्मी, पोलिंग ऑफिसर आदि से बेहतर समन्वय रखे। सभी अधिकारी पीओ हैंडबुक को ध्यान से पढें और अपनी डायरी को सावधानीपूर्वक भरें। प्रत्येक पीठासीन अधिकारी को बूथ पर अपनी ड्यूटी के बारे में विस्तृत जानकारी होनी चाहिए। ईवीएम मशीन, वीवीपैट, टेंडर वोट, चैलेंज वोट, टेस्ट वोट, फार्म 17 ए, फार्म 17 सी को भरना, मॉकपोल करवाना आदि के बारे में एक पीओ को पूरा ज्ञान होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में जल्दबाजी में कोई निर्णय ना लें। पीठासीन अधिकारियों के सहयोग के लिए फील्ड में सैक्टर ऑफिसर नियुक्त किए जाएंगे।
डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि पीठासीन अधिकारी व उनकी टीम यह ध्यान रखे कि बूथ पर जाने के बाद किसी निजी भवन में भोजन या विश्राम ना करें। वे अपने बूथ पर ही रहेंगे। बूथ पर मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा तथा मॉकपोल 5.30 बजे करवाया जाएगा। मॉकपोल के समय यदि पोलिंग एजेंट नहीं आए हैं तो 15 मिनट इंतजार कर सकते हैं। मतदान केंद्र के अंदर कोई वोटर अपनी आईडी को मोबाइल फोन में दिखाना चाहे तो यह मान्य नहीं होगा। बूथ में कोई भी नागरिक मोबाइल फोन लेकर नहीं जा सकता।
जनरल ऑब्जर्वर नरेंद्र कुमार दुग्गा ने इस अवसर पर कहा कि मॉकपोल करवाने के बाद पीठासीन अधिकारी ईवीएम मशीन का क्लियर बटन अवश्य दबाएं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के नियमानुसार ही चुनाव के एक-एक चरण को शांति से पूरा करें। इस अवसर पर गुरूग्राम के एसडीएम रविंद्र कुमार ने पीठासीन व वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों को चुनाव का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि मतदान की गोपनीयता बनी रहनी चाहिए। किसी दिव्यांग वोटर के साथ सहायता के लिए कोई व्यक्ति आता है तो उससे एक घोषणा पत्र भरवाया जाएगा कि वह केवल एक दिव्यांग के साथ प्रवेश करेगा और वोटिंग कपाउंड में नहीं जाएगा। कोई भी पुलिस अधिकारी शस्त्र लेकर बूथ के अंदर प्रवेश नहीं कर सकता। इसी प्रकार मतदान केंद्र के आसपास कोई व्यक्ति हथियार लेकर घूमता पाया गया तो उसे हिरासत में ले लिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा