गुरुग्राम: एटीएम मशीन के पावर प्लग में चिप लगा रुपये चोरी करने वाले गिरफ्तार
-आरोपियों में दो युवतियां व 3 पुरुष शामिल
गुरुग्राम, 5 जून (हि.स.)। एटीएम मशीनों से रुपये चोरी करने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो युवतियां भी शामिल हैं। एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बुधवार को बताया कि आरोपियों के पास से वारदात में प्रयोग की गई गाड़ी व 23200 रुपये नकदी बरामद हुई है।
एक्सिस बैंक के एटीएम से रुपये चोरी होने की शिकायत बैंक के प्रबंधक ने 3 जून को दी थी। उन्होंने कहा था कि 2-3 जून की रात को सेक्टर-10 स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से कुछ लोगों ने रुपयों की चोरी कर ली है। पुलिस ने केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू की। पुलिस थाना सेक्टर-10 की पुलिस टीम ने इस अपराध में 2 महिलाओं सहित 5 आरोपियों को काबू करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों की पहचान अहसान, नंदिनी, महक, रईस व अशफाक के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपी अहसान, नंदिनी, महक को 3 जून को सेक्टर-10 गुरुग्राम से तथा आरोपी रईस व अशफाक को बुधवार 5 जून को पिनगवां जिला नूंह से काबू किया। आरोपी अहसान पिनगंवा का रहने वाला है। नंदिनी पठानपुरा शाहदरा दिल्ली, महक भोलानाथ नगर शाहदरा दिल्ली, रईस पिनगवां व अशफाक कस्बा खानपुर जिला ओरैया यूपी का रहने वाला है। वह फिलहाल पिनगवां रहता है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों से पता चला है कि वे एटीएम मशीन के पावर प्लग में एक चिप सेट लगा देते थे और रिमोट के माध्यम से मशीन को स्विच ऑफ व ऑन कर देते थे। जब भी कोई व्यक्ति रुपये निकालने का प्रोसेस करता तो वे रुपये निकलने से ठीक पहले मशीन को बंद कर देेते थे। इसके बाद आरोपी महिलाएं रुपये निकालने आए व्यक्ति को समझातीं कि आपके रुपये 24 घंटे में आपके खाते में वापस आ जाएंगे। जब वह व्यक्ति वापस चला जाता तो ये कैश ट्रे से रुपये निकाल ले जाते। आरोपियों ने इस तरह से एटीएम से रुपये चोरी करने की दो वारदात दिल्ली में, एक वारदात फरीदाबाद में व एक वारदात गुरुग्राम में की।
युवतियों को रुपयों का प्रलोभन दे वारदात में किया शामिल
पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि जो युवतियां गिरफ्तार की गई हैं, वे कोई प्रोफेशनल चोरी नहीं हैं। आरोपियों ने उन युवतियों से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया गया। उन्हें रुपयों का प्रलोभन देकर अपने साथ चोरी की गतिविधियों में शामिल कर दिया। गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने वाले गिरोह द्वारा पढऩे/नौकरी करने वाले युवा लडक़े/लड़कियों को सोशल मीडिया पर संपर्क करके उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देते हैं। अपने विश्वास में लेकर गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल कर लेते है।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव