गुरुग्राम: महिलाओं में बढ़ रहे स्तन कैंसर की शीघ्र जांच के लिए सवेरा कार्यक्रम शुरू
-सीएम मनोहर बोले, देश में पहली बार शुरू किया गया है ऐसा कार्यक्रम
-गुरुग्राम के अलावा अन्य जिलों में भी होगा इस कार्यक्रम का विस्तार
गुरुग्राम, 25 फरवरी (हि.स.)। गुरुग्राम में महिलाओं में बढ़ रहे स्तन कैंसर की शीघ्र जांच और पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मेदांता फाउंडेशन द्वारा सवेरा कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इसकी विधिवत शुरुआत करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि देश में पहली बार इस तरह का कोई कार्यक्रम शुरू किया गया है। गुरुग्राम के बाद इसे बाकी जिलों में भी शुरू किया जाएगा। इस कार्यकम के तहत महिलाओं में स्तन कैंसर का शुरूआती स्तर पर ही पता लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मेदांता फाउंडेशन द्वारा सवेरा कार्यक्रम की अनूठी शुरूआत की गई है। इस कार्यकम को पहले चरण में गुरुग्राम के सेक्टर-10 के सिविल अस्पताल, सेक्टर-31 के पोलीक्लिनिक और वजीराबाद के प्राथमिक सामुदायिक केन्द्र में संचालित किया जाएगा। इस कार्यक्रम/अभियान के विस्तार के लिए जल्द ही स्वास्थ्य विभाग और मेदांता फाउंडेशन के बीच एक समझौता भी होगा। मनोहर लाल ने कहा कि कैंसर एक ऐसा रोग है जिसकी पहचान (डायग्नोस) देर से होती है। जिसके अतर्गत कभी स्टेज-2, स्टेज-3 और कभी-कभी स्टेज-4 तक कैंसर की पहचान की होती है। स्तन कैंसर भी उनमें से एक कैंसर है, जोकि ज्यादातर शहरों में रहने वाली महिलाओं में पनपता है। उन्होंने कहा कि देशभर में लगभग 90 हजार महिलाएं स्तन कैंसर के कारण प्रति वर्ष अपनी जान गवां देती हैं। उन्होंने कहा कि सवेरा कार्यक्रम के अतर्गत स्तन कैंसर की जांच के लिए नेत्रहीन महिलाओं/बहनों की सहायता ली जाएगी, जोकि बहुत ही सराहनीय है। ये बहनें अपनी अत्याधिक विकसित स्पर्श इंद्रियों की मदद से स्तन कैंसर का परीक्षण करेंगी। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के गांव सिहीं में जन्में सूरदास भले ही दृष्टिहीन थे, परतु वे बहुत ही बड़े कवि हुए। उन्होंने समाज को दर्शन देने का काम किया तथा दिव्यांगता उनके कभी भी आड़े नहीं आई।
मेदांता के ग्रुप सी.ई.ओ एवं डायरेक्टर पंकज साहनी ने कहा कि स्तन कैंसर के अधिकतर मामले विकसित चरण में सामने आते है। इसकी बढ़ती संख्या के कारण समय पर पहचान, निदान और इलाज अत्यधिक आवश्यक है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने मरीजों को खुद के स्वास्थ्य की देखभाल करने में समर्थ बनाएं। इसके लिए हम मेदांता में निरंतर नए तरीके अपनाते हैं। सवेरा अभियान इसी दिशा में उठाया गया कदम है।
गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत एक नई अलख जगाने का काम किया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने चिरायु-निरोगी योजना राज्य में लागू की है। उन्होंने बताया कि सवेरा कार्यक्रम के तहत 6 नेत्रहीन बहनें इस कार्यक्रम में शुरुआत करेंगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव