गुरुग्राम: पुलिस ने साइबर अपराध के बारे अपने कर्मचारियाें काे किया जागरूक
गुरुग्राम, 11 अक्टूबर (हि.स.)। सहायक पुलिस आयुक्त साइबर गुरुग्राम प्रियांशु दीवान की अध्यक्षता में साइबर अपराध जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान वहां मौजूद स्टाफ/कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया कि इंटरनेट के दौर में डिजिटल माध्यम से ठगी बढ़ती जा रही है। साइबर ठग लोगों के लालच का लाभ उठाकर, धोखाधड़ी से, डराकर, लोगों के जानकारी के अभाव का फायदा उठाकर साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं। इस दौरान उन्होंने साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले साइबर ठगी के नवीनतम तरीकों/हथकंडों के संबध में जानकारी दी।
इस दौरान उन्होंने जागरूक करते हुए बताया गया कि साइबर अपराधी अच्छे मुनाफे का लालच देकर शेयर बाजार में निवेश कराने के नाम पर था कि वारदातों को अंजाम देते हैं। साइबर अपराधी कस्टम अधिकारी/पुलिस अधिकारी बनकर आपके किसी पार्सल में कोई संदिग्ध वस्तु होने पर केस में फंसाने के नाम पर लोगों को डराकर ऑनलाइन हाउस अरेस्ट करके या नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी करने के नाम पर पैसे लेकर ठगी करने की वारदात को अंजाम देते हैं।
साइबर अपराधी लोगों के जानकार बनकर किसी इमरजेंसी की बात कहकर रुपये की मांग करते है तथा रुपये प्राप्त कर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। साइबर अपराधी आपके पास रुपए भेजने के लिए क्यूआर कोड भेजते हैं तथा जब कोई भी क्यूआर कोड को स्कैन करता है तो क्यूआर कोड के माध्यम से धोखाधड़ी से साईबर अपराधी आपके बैंक खाता से रुपए निकाल लेते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह भी बताया गया कि साइबर ठग सोशल मीडिया फेसबुक/इंस्टाग्राम के माध्यम से आपकी फोटो डाउनलोड करके फेक आईडी बनाकर सेक्सटॉर्शन के नाम पर, फेक अश्लील फोटो बनाकर ब्लैकमेल करके पैसे मांगते हैं। इस तर हसे साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देते है। साइबर अपराधों से बचने के लिए अपनी सभी प्रोफाइल की प्राइवेसी सेटिंग के माध्यम से प्रोफाइल लॉक करके रखें। साईबर ठगी का पता लगने पर तुरत उस आईडी को ब्लॉक करवायें। किसी भी अनजान नंबर से आई वीडियो कॉल को अटेंड न करें, जिससे कि आप सेक्सटॅार्शन जैसी साइबर ठगी से बच सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा