गुरुग्राम: विश्व पर्यावरण दिवस पर महिलाओं को दिए मेंस्ट्रूअल कप
-पर्यावरण को स्वच्छ रखने में योगदान देने वाली महिलाओं को किया गया सम्मनित
गुरुग्राम, 6 जून (हि.स.)। प्योर हाट्र्स के एक प्रयास से 11,000 से अधिक महिलाएं अब तक मेंस्ट्रूअल कप अपना चुकी हैं। इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देने वाली इन महिलाओं के लिए विश्व पर्यावरण दिवस पर प्योर हाट्र्स संस्था द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्योर हाट्र्स संस्था और गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर पर्यावरण दिवस के मौके पर फर्रुखनगर स्थित सरकारी अस्पताल में महिलाओं के लिए महिलाओं के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया। मुख्य अतिथि के रूप में जिला स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव और विशिष्ट अतिथि डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जे. पी. राजलीवाला ने शिरकत की। डा. वीरेंद्र यादव ने कहा कि प्योर हाट्र्स मेरी पहचान द्वारा 11 हजार महिलाएं जुड़ी हैं, जोकि बहुत खुशी की बात है। आगे भी और महिलाएं जुड़ेंगी, उसकी उम्मीद है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी मदद की जाएगी। यह हमारे पर्यवारण के लिए अभी बेहत जरूरी है। आगे भी विभाग की ओर से पूरी मदद की जाएगी।
कार्यक्रम में मेहंदी आर्ट से लेकर तंबोला समेत कई गेम्स व अलग-अलग फूड स्टॉल भी लगाए गए। पर्यावरण दिवस के मौके पर यहां पर मौजूद फर्रुखनगर की ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के साथ-साथ आशा वर्कर व अन्य फ्रंटलाइन महिलाएं भी मौजूद रहीं। उनके लिए अलग-अलग तरह की गतिविधियों को भी आयोजित किया गया। कई फन एक्टिविटी के साथ-साथ उन्हें इस दिन की खासियत के बारे में भी अवगत करवाया गया, वहीं अंत में महिलाओं को सम्मानित किया गया।
प्योर हाट्र्स संस्था से शालू जोहर सहानी और पूनम अग्रवाल ने बताया कि प्योर हाट्र्स मेरी पहचान द्वारा पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं को सैनेटरी पैड मुक्त करने का काम किया जा रहा है। यह महिलाएं पैड छोडक़र अब मेंस्ट्रूअल कप अपना रही हैं। ऐसे में जिन महिलाओं ने खुद को परिवर्तित किया है।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव