गुरुग्राम: हत्या में उम्रकैद पाया फरार खूंखार अपराधी 14 साल बाद काबू
-अदालत से जमानत अवधि पूरी होने के बाद भी नहीं लौटा था जेल
गुरुग्राम, 24 दिसंबर (हि.स.)। वर्ष 2006 में बहुचर्चित जगमाल ठाकरान हत्याकांड में उम्रकैद की सजा पाया खूंखार अपराधी जमानत पर आकर फरार होने के 14 साल बाद पुलिस की पकड़ में आया है। आरोपी के खिलाफ राजस्थान में हत्या व लूट आदि की संगीन वारदातों में करीब एक दर्जन केस दर्ज हैं। वह अपना नाम बदलकर दिल्ली, पलवल और फरीदाबाद में भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर फार्म हाउसों में नौकरी करने के नाम पर छिपा हुआ था। अपराध शाखा सेक्टर-43 इंचार्ज निरीक्षक नरेंद्र शर्मा ने बुधवार को बताया कि आरोपी को गांव आटोहा जिला पलवल से गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार आरोपी मधुबन के खिलाफ थाना सदर गुरुग्राम में केस दर्ज हैं। आरोपी ने 13 मई 2006 को अपने ही मालिक जगमाल ठाकरान एडवोकेट (उस समय के एक पूर्व विधायक के भाई) की निर्ममता से लोहे की रॉड से वार करके हत्या कर दी थी। हत्या के बाद आरोपी ने साक्ष्य मिटाने की नीयत से शव को उनके फार्म हाउस में रखे एक संदूक में बंद कर दिया था। इसके बाद उनकी गाड़ी (जिप्सी) एवं अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गया था। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने उस समय पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी थी। इस मामले में उस समय गठित स्पेशल स्टाफ टीम द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भिजवाया गया था। मामले की सुनवाई के बाद अदालत द्वारा पांच मार्च 2008 को आरोपी मधुबन को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। आरोपी वर्ष-2011 में न्यायालय से जमानत पर जेल से बाहर आ गया। बाद में न्यायालय द्वारा उसकी जमानत रद्द करके उसकी गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए। इसके बाद आरोपी गिरफ्तारी के भय से लगातार अपना ठिकाना बदल-बदलकर छिपता रहा। वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
गुरुग्राम पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे थे। इसी कड़ी में बुधवार को अपराध शाखा सेक्टर-43 इंचार्ज निरीक्षक नरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम में मुख्य सिपाही प्रवीण, सिपाही योगेंद्र, सिपाही प्रियंक तथा सिपाही अजीत ने सटीक सूचना एवं प्रभावी कार्यवाही की। आरोपी मधुबन को गांव आटोहा, जिला पलवल से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की यह गिरफ्तारी न केवल वर्ष-2006 के जघन्य हत्याकांड में न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि गुरुग्राम पुलिस द्वारा कानून से भागने वाले अपराधियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाता। आरोपी को न्यायालय में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर