गुरुग्राम: 120 बहादुर फिल्म में तथ्यों की अनदेखी के विरोध में पुलिस काे शिकायत

 

-शहीद परिवार कल्याण फाउंडेशन ने की कार्रवाई

गुरुग्राम, 5 नवंबर (हि.स.)। 1962 के ऐतिहासिक रेजांग ला युद्ध में लड़े 120 वीर अहीर सैनिकों की अमर शौर्यगाथा को फिल्म 120 बहादुर में तोड़-मरोडक़र प्रस्तुत करने, वास्तविक तथ्यों को छिपाने और शहीदों का अपमान करने के आरोप में दिल्ली एवं मुंबई में एफआईआर दर्ज कराने के लिए शिकायत दी गई है।

शहीद परिवार कल्याण फाउंडेशन के संयोजक डा. टी.सी. राव द्वारा फिल्म निर्देशक रजनीश घई एवं निर्माता फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के विरुद्ध दिल्ली कैंट पुलिस स्टेशन तथा मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई गई है। दिल्ली पुलिस आयुक्त को भी मामले की जानकारी देते हुए एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया गया है। साथ ही फिल्म में शीर्षक को 120 वीर अहीर में परिवर्तित न करने पर केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड में शिकायत कर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की गई है। यह पुष्टि हो चुकी है कि फिल्म में रेजांग ला युद्ध के वास्तविक नायकों की वीरता को दबाकर केवल एक व्यक्ति का अतिरंजित महिमामंडन किया गया है, जो शहीदों के सम्मान, इतिहास और राष्ट्रीय गौरव के साथ गंभीर खिलवाड़ है, और यह समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है। डा. राव ने कहा कि यादव समुदाय में इस गलत चित्रण के खिलाफ व्यापक रोष है। फिल्म के टीजर जारी होने से ही देशभर में विरोध, ज्ञापन और जनसभाएं शुरू हो चुकी हैं। शीर्षक परिवर्तन सहित सभी शांतिपूर्ण प्रयासों के बावजूद फिल्म निर्माताओं द्वारा कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है, जिससे आक्रोश और गहरा हुआ है। इस विषय पर अगला कदम दिल्ली उच्च न्यायालय में अगले सोमवार को याचिका दायर की जाएगी। नौ नवंबर 2025 को गुरुग्राम में महापंचायत और 16 नवंबर को जंतर-मंतर नई दिल्ली में हजारों लोगों की भागीदारी के साथ एक विशाल शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा।

स्काईलार्क हाउस, उद्योग विहार, गुरुग्राम में शहीद परिवारों और सैन्य दिग्गजों की विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें रेजांगला के दो जीवित वीर सपाही अभय राम एवं हवलदार निहाल सिंह, साथ ही कर्नल ओ.पी. यादव, कर्नल चंदूलाल यादव, कैप्टन बलबीर सिंह, कैप्टन चंदूलाल और सूबेदार मेजर धर्म देव यादव उपस्थित रहे। मार्टियर्स फाउंडेशन ने देशवासियों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखते हुए सत्य, शहादत और इतिहास की रक्षा के लिए इस आंदोलन में एकजुट होकर योगदान दें।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर