गुरुग्राम: 30 दिसंबर को शान-ए-तिरंगा दिवस के रूप में घोषित करें पीएम: शील मधुर
-स्वतंत्रता सेनानी हॉल में तिरंगा सेना के वॉलंटियर्स के साथ मिलकर किया कार्यक्रम
गुरुग्राम, 30 दिसम्बर (हि.स.)। हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक शील मधुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से निवेदन करते हुए मांग की कि 30 दिसंबर के दिन को शान-ए-तिरंगा दिवस के रूप में घोषित करें। उनकी इस मांग का समर्थन हरियाणा के विभिन्न जिलों से एवं एनसीआर क्षेत्र से आए हुए तिरंगा सेना के सेंकड़ों कार्यकर्ताओं एवं उपस्थित आमजन ने भी किया।
पूर्व डीजीपी शील मधुर ने कहा कि वर्ष 1943 में नेताजी सुभाषचंद्र के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज ने अण्डेमान निकोबार को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाकर 30 दिसंबर 1943 को अण्डमान के पोर्टब्लेयर में तिरंगा झण्डा लहराया था। द्वीपों के नाम शहीद और स्वराज द्वीप रखे थे। जिससे पूरा देश रोमांचित हो उठा था। उन्होंने कहा कि वह अवसर सिर्फ ऐतिहासिक ही नहीं, बल्न्कि अविस्मरणीय एवं प्रेरणा देने वाला था। उस समय जो तिरंगा लहराकर आजाद भारत का बिगुल बजाया था, उससे पूरे देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में भी तिरंगे की शान स्थापित हुई थी। शील मधुर ने बताया कि 30 दिसंबर के ही दिन 2007 में सादर इंडिया सामाजिक संस्था की परिकल्पना कर स्थापना की गई थी, जो पिछले 16 वर्षों में पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, रोजगार एवं देशप्रेम की भावना के प्रचार-प्रसार में अनवरत कार्य करती रही है। इस अवसर पर उन्होंने देश में तिरंगे की शान को आगे बढ़ाने के लिए समाज के जिन लोगों ने देश को खुशहाल भारत बनाने के लिए जो अभूतपूर्व योगदान दिया है, आगे भी देते रहेंगे। उनके त्याग, बलिदान, पराक्रम और समपर्ण की भावना को सम्मानित करने के लिए तिरंगा अवार्ड स्थापना की भी घोषणा की।
पूर्व पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रधानमंत्री 30 दिसंबर का दिन शान-ए-तिरंगा दिवस के रूप में 23 जनवरी 2024 को घोषित करें। क्योंकि 23 जनवरी नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिन है। इस अवसर पर घोषणा कर नेताजी को राष्ट्र की तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित होगी। शान-ए-तिरंगा दिवस की घोषणा से देशवासियों में राष्ट्रप्रेम और त्याग, बलिदान, पराक्रम की भावना और मजबूत होगी।
इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. ब्रह्मदत्त, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट, भूतपूर्व मुख्य कमिश्नर इनकम टैक्स सतबीर सिंह, प्रो. आरएन सिंह, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति के महासचिव बिजेंद्र सिंह ठाकरान, हास्य कवि आलोक भांडोरिया ने भी कार्यकम को संबोधित कर मिशन का समर्थन किया। इस मौके पर कपूर सिंह दलाल, साहित्यकार नलिनी, वार विडो ममता, एएस मिश्रा सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव