गुरुग्राम: शतायु उम्र 101 साल के बुजुर्गों ने युवाओं से किया मतदान का आह्वान

 


-वोट के रूप में देश के हर नागरिक को मिली है अदृश्य ताकत

-देश के विकास पथ में मतदाता का होता है महत्वपूर्ण योगदान

गुरुग्राम, 9 अप्रैल (हि.स.)। जिला में 100 साल पार के बुजुर्गों ने युवाओं से आह्वान किया है कि वे मजबूत लोकतंत्र के लिए लोकसभा चुनाव 2024 में बढ़-चढक़र मतदान करें। आने वाली 25 मई को जिला में देश की सरकार चुनने के लिए मतदान होगा। नए वोटर्स को मतदान की महत्ता बताने के लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, जिला के प्रबुद्धजनों सहित 100 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नागरिकों के माध्यम से वोट बनवाने व मतदान जरूर करें।

बता दें कि जिला की चारों विधानसभा में 100 वर्ष से अधिक आयु के नौ मतदाता है। लोकतंत्र के इस महापर्व में कोई भी पात्र व्यक्ति मतदान से अछूता न रहे, इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में विभिन्न प्रकार की जागरुकता गतिविधियां की जा रही हैं। पटौदी विधानसभा में कासन निवासी 102 वर्षीय नम्बरदार हीरा लाल ने युवाशक्ति से आह्वान किया है कि आगामी 25 मई को अपने मतदान का उपयोग अवश्य करें। स्वतंत्र भारत में वर्ष 1952 में हुए पहले आम चुनाव में मतदान करने वाले हीरा लाल बताते हैं कि गुलामी के लंबे दौर के बाद जब देशवासियों को वोट डालने अधिकार मिला उस अनुभव को किन्ही शब्दों में बयां नही किया जा सकता। वोट के रूप में देश के हर नागरिक को अपना मत रखने के लिए एक अदृश्य शक्ति मिली थी।

इसी प्रकार पटौदी विधानसभा बलेवा गांव निवासी 101 वर्षीय फूला देवी ने बताया कि देश की आजादी के बाद भले ही महिलाओं को अपने विभिन्न हकों के लिए संघर्ष करना पड़ा हो। वोट ही एक मात्र माध्यम था, जिसको लेकर वे स्वतंत्र थी। उन्होंने कहा कि देश के विकास पथ में मतदाता का भी महत्वपूर्ण किरदार होता है। फूला देवी ने जिला के सभी मतदाताओं से 25 मई को अपने मत का प्रयोग करने व किसी लालच या नशा आदि के प्रभाव में ना आने का आह्वान किया है।

गुरुग्राम विधानसभा में गांव कन्हई निवासी 101 वर्षीय चंद्रकला ने कहा कि आजादी के बाद तकनीकों के नवाचार के चलते वोट डालने का कार्य भी अब काफी आसान हुआ है। पूर्व में जहां बैलेट पेपर से मतदान करना एक लंबी प्रक्रिया रही है। वहीं अब ईवीएम के माध्यम से यह महत्वपूर्ण कार्य अब ओर भी सरल हुआ है। हर वोटर अपने संविधान अधिकार को समझें और 25 मई को अपना वोट डालने जरुर जाएं, ताकि 100 फीसद मतदान से लोकतंत्र का सही स्वरुप बन सके।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव