हिसार: गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय को मिली श्रेणी-2 की ग्रेडिड स्वायत्तता

 


अब नए पाठ्यक्रम/कार्यक्रम विभाग/स्कूल/केंद्र शुरू कर सकेगा विश्वविद्यालय: प्रो. नरसीराम

हिसार, 30 अक्टूबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा श्रेणी-2 की स्वायत्तता प्रदान की गई है। अब विश्वविद्यालय की स्वायतता और अधिक बढ़ गई है। विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि नैक मान्यता के मूल्यांकन के चौथे चक्र में 3.38 सीजीपीए स्कोर के साथ ग्रेड ए प्राप्त होने पर मिली है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के सभी हितधारकों के उत्कृष्ट प्रयासों का परिणाम है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने सोमवार को बताया कि यूजीसी से श्रेणी-2 स्वायत्तता प्राप्त करने के बाद, विश्वविद्यालय उन विषयों में एक नया पाठ्यक्रम/कार्यक्रम विभाग/स्कूल/केंद्र शुरू कर सकता है, जो यूजीसी की मंजूरी के बिना विश्वविद्यालय के मौजूदा शैक्षणिक ढांचे का हिस्सा है। अब विश्वविद्यालय राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मांग के अनुरूप नए रोजगारपरक कोर्स आरंभ करने के लिए स्वतंत्र रहेगा।

प्रो. बिश्नोई ने कहा कि अब विश्वविद्यालय अपने यहां टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग या क्यूएस रैंकिंग जैसे किसी भी विश्व प्रसिद्ध रैंकिंग फ्रेमवर्क के शीर्ष 500 में आने वाले किसी भी संस्थान में पढ़ाने वाले विदेशी संकाय को उनके अधीन स्वीकृत संकाय के बीस प्रतिशत से अधिक तक नियुक्त कर सकता है। विश्वविद्यालय को अपनी गवर्निंग काउंसिल/सांविधिक निकायों द्वारा अनुमोदित नियमों और शर्तों के अनुसार ‘कार्यकाल/अनुबंध’ के आधार पर विदेशी संकाय को नियुक्त करने की स्वतंत्रता भी होगी।

प्रो. बिश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय विदेशी छात्रों को उनके अनुमोदित घरेलू छात्रों की संख्या से अधिकतम बीस प्रतिशत की सीमा तक योग्यता के आधार पर प्रवेश देने के लिए स्वतंत्र होगा।विश्वविद्यालय बिना किसी रोक-टोक के विदेशी छात्रों से फीस तय करने के लिए स्वतंत्र होगा। विश्वविद्यालय आयोग की मंजूरी के साथ ओपन और डिस्टेंस लर्निंग मोड में पाठ्यक्रम पेश कर सकता है। प्रो. बिश्नोई ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय का कुल स्कोपस प्रकाशन 82500 से अधिक उद्धरणों के साथ 4000 का आंकड़ा पार कर गया है। विश्वविद्यालय का एच-इंडेक्स 117 है जो कि इस क्षेत्र में सर्वाधिक है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव