गुरुग्राम विवि के दूसरे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने 655 विद्यार्थियों को दी डिग्रियां
-46 विद्यार्थियों को दिए गए गोल्ड मेडल
-हमें पूरा विश्वास है कि भारत 2047 तक विश्व गुरु बन जाएगा: बंडारू दत्तात्रेय
गुरुग्राम, 5 मार्च (हि.स.)। मंगलवार को गुरुग्राम विश्वविद्यालय ने अपना दूसरा दीक्षांत समारोह मनाया। इस दौरान हरियाणा के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने विद्यार्थियों को डिग्रियां व मेडल देकर सम्मानित किया।
विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित दीक्षांत समारोह में विभिन्न विभागों के 655 विद्यार्थियों को स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधियां दी गईं। इसमें 2022 बैच के 260 तथा 2023 बैच के 395 विद्यार्थी सम्मिलित हैं। इस मौके पर 46 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल भी प्रदान किए गए। राज्यपाल का यूनिवर्सिटी पहुंचने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने स्वागत किया। राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी परिसर में पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह की स्मारिका का भी विमोचन किया। गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के चेयरपर्सन डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा विशिष्ठ अतिथि रहे।
समारोह में राज्यपाल ने कहा कि युवाओं को अपने उज्ज्वल भविष्य और एक नए समृद्ध भारत के निर्माण के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए। राज्यपाल ने पासआउट होने वाले छात्रों से आह्वान किया कि वह अपनी शिक्षा और उनके सामने आने वाले एक नए, उज्ज्वल भविष्य का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने छात्रों से बुलंद होंसलों के साथ सभी तरह की बाधाओं से लडऩे की अपील की। बंडारू दत्तात्रेय ने छात्रों को जीवन में अनुशासन, विनम्रता और ईमानदारी अपनाने की बात कही। राज्यपाल ने छात्रों से कहा कि नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनें। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के लिए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार को बधाई दी। कुलपति ने कहा कि डिग्री कागज का एक पन्ना नहीं है। यह विद्यार्थियों के करियर की दिशा तय करती है। दीक्षांत समारोह जहां एक ओर छात्र जीवन का सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है, वहीं दूसरी ओर विश्विद्यालय के लिए उसकी प्रतिष्ठा और गरिमा का वाहक भी है। इस मौके पर कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता पवन जिंदल, डीपी भारद्वाज, डॉ. अशोक दिवाकर, प्रो. रंजना अग्रवाल, जगदीश ग्रोवर, डॉ. राज नेहरू भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव