जींद :आंदोलन की कामयाबी को सफाई कर्मियों ने गांवों में चलाया जनसंपर्क अभियान

 


जींद, 24 अक्टूबर (हि.स.)। प्रदेशभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 10 अक्टूबर से हड़ताल पर बैठे हुए हैं लेकिन सरकार मांगों को लेकर कोई सुनवाई नहीं कर रही है। इसी के चलते ग्रामीण सफाईकर्मिों ने सफीदों, नरवाना, जींद, पिल्लूखेड़ा ब्लॉक में जनसंपर्क अभियान चलाया।

यूनियन के जिला प्रधान ईश्वर बुआना ने कहा कि हरियाणा के 11 हजार सफाई कर्मचारी को पक्का कर्मचारी करने, 26 हजार न्यूनतम वेतन, महंगाई के अनुसार वार्षिक बढ़ोत्तरी, एक्सग्रेशिया नीति लागू करने, बीडीपीओ के पे रोल पर लेने इत्यादि मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं लेकिन हरियाणा सरकार के किसी भी नुमाइंदे ने 15 दिन से कोई बातचीत सफाई कर्मचारियों से नहीं की है।

इससे हरियाणा सरकार की दलित विरोधी मंशा साफ नजर आ रही है। सफाईकर्मी अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठे हैं। केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता का ढोंग करती है। विधायक से लेकर प्रधानमंत्री तक हाथ में झाड़ू उठा कर मीडिया के सामने फोटो सैशन करवाते हैं लेकिन जो असल में स्वच्छता का बीड़ा उठाए हुए हैं, उनकी जिंदगी की ओर इनका कोई ध्यान नहीं है।

हरियाणा के 22 जिलों के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले 15 दिन से हड़ताल करके स्थाई रोजगार और समान वेतन के लिए लड़ रहे हैं लेकिन सरकार ने अभी तक वार्ता की कोई पहल नहीं की है। जिससे जाहिर होता है कि ये सरकार दलित और सफाई कर्मचारी हितैषी होने का ढोंग कर रही है लेकिन असल में बीजेपी सरकार इनके लिए कोई काम नहीं कर रही।

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा प्रदेशभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी के साथ मिलकर 26 अक्टूबर को करनाल में वाल्मीकि जयंती मनाएगी। अगर सरकार सफाई कर्मचारी हितेषी है तो 26 अक्टूबर को इस कार्यक्रम में पक्का करने की घोषणा की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र