सुप्रभात ध्यान आत्मा के उत्सव का मिलन : आचार्य सुभाष

 


हिसार, 16 जून (हि.स.)। ओशो सिद्धार्थ फाउंडेशन के तत्वाधान में ओशोधारा मैत्री संघ की ओर से कौशिक नगर स्थित ध्यान साधना केंद्र में ओशोधारा हरियाणा के संयोजक आचार्य सुभाष ने सुप्रभात ध्यान करवाया। आचार्य ने बताया कि सुप्रभात ध्यान मन, शरीर और आत्मा के संगठन को स्थिरता व शांति की दिशा में ले जाता है। यह एक तात्कालिक साधना है, जो स्वस्थ और संतुलित जीवन के लिए महत्वपूर्ण है।

आचार्य सुभाष ने संडे ध्यान शिविर में कहा कि सुप्रभात ध्यान का अर्थ है 'सुप्रभात' या 'सुबह' में ध्यान लगाना। यह ध्यान प्रक्रिया अधिकतम स्थिरता और ध्यान की शक्ति को उत्पन्न करने के लिए शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक तत्वों को समाहित करती है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने आत्मविकास के मार्ग पर अग्रसर होता है। सुप्रभात ध्यान करने के लिए व्यक्ति शांत और शुद्ध वातावरण में बैठकर ध्यान के लिए समय निकालता है। ध्यानासन में सुखासन, पद्मासन या वज्रासन का उपयोग किया जा सकता है। ध्यानास्थिति में व्यक्ति अपने विचारों को शांत करता है और अपने श्वास का ध्यान रखता है।

ध्यान के बाद आचार्य सुभाष ने ओशोधारा के कार्यक्रमों के बारे में टीम सद्गुरु हिसार के साथ विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि ओशोधारा हर घर ध्यान के उद्देश्य को पूरा करने के लिए हर सप्ताह पूरे देश में अलग-अलग जगहों पर ध्यान योग के तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करता है। इसी कड़ी में 9 से 11 अगस्त को सिरसा में ध्यान योग का कार्यक्रम रखा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर